नई दिल्ली। आम बजट पेश होने से पहले वित्त वर्ष 2019-20 का आर्थिक सर्वे वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सदन के पटल पर रखा। इस सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6 से 6.5 फीसदी के बीच रहेगी। इसके अलावा महंगाई से लेकर औद्योगिक उत्पादन और चालू खाता घाटा के आंकड़े भी जारी किए गए हैं। वहीं, सर्वेक्षण रिपोर्ट में रोजगार और आयात-निर्यात के बारे में भी बताया गया है। ऐसे में आर्थिक सर्वे रिपोर्ट की 15 मुख्य बातों के बारे में हम अपको बताते हैं।
-उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) महंगाई दर वित्त वर्ष 2018-19 (अप्रैल से दिसम्बर,2018) में 3.7 फीसदी से बढ़कर 2019-20 (अप्रैल से दिसम्बर,2019) में 4.1 फीसदी पर आ गई। वहीं, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) महंगाई दर वित्त वर्ष 2018-19 (अप्रैल से दिसम्बर,2018) में 4.7 फीसदी से गिरकर वित्त वर्ष 2019-20 (अप्रैल से दिसम्बर,2019) में 1.5 फीसदी हो गई।
-वित्त वर्ष 2018-19 (अप्रैल-नवम्बर) के 5 फीसदी की तुलना में 2019-20 (अप्रैल-नवम्बर) के दौरान औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र में 0.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
-सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों में औसतन प्रति एक रुपये के निवेश पर 23 पैसे का घाटा हुआ, जबकि गैर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 9.6 पैसे का मुनाफा हुआ।
-चालू खाता घाटा कम होकर वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में जीडीपी का 1.5 फीसदी ही रह गया, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह 2.1 फीसदी था।
-आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में निर्यात की तुलना में आयात में कमी आई है।
-भारत की भुगतान संतुलन (बीओपी) स्थिति में भी सुधार हुआ है। मार्च,2019 में यह 412.9 बिलियन डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार था, जबकि सितम्बर,2019 के अंत में बढ़कर 433.7 बिलियन डॉलर हो गया।
-सर्वेक्षण में कहा गया है कि चालू खाता घाटा(सीएडी) 2018-19 में जीडीपी के 2.1 फीसदी से घटकर 2019-20 की पहली छमाही में 1.5 फीसदी रह गया।
-आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी बताया गया कि विदेशी मुद्रा भंडार 10 जनवरी,2020 तक 461.2 बिलियन डॉलर रहा।
-साल 2019 में वैश्विक उत्पादन में 2.9 फीसदी अनुमानित वृद्धि के अनुरूप वैश्विक व्यापार 1.0 फीसदी की दर पर बढ़ने का अनुमान है, जबकि साल 2017 में ये 5.7 फीसदी के शीर्ष स्तर तक पहुंचा था। हालांकि, वैश्विक आर्थिक गतिविधि में रिकवरी के साथ 2020 में इसके 2.9 फीसदी तक रिकवर होने का अनुमान है।
-वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान भारतीय रेलवे ने 120 करोड़ टन माल ढुलाई की और यह चौथा सबसे बड़ा माल वाहक बना। इसी तरह रेलवे 840 करोड़ यात्रियों की बदौलत दुनिया का सबसे बड़ा यात्री वाहक बना है।
-आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि भारत के शीर्ष पांच व्यापारिक साझेदार अमेरिका, चीन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सउदी अरब और हांगकांग है।
-सर्वे के मुताबिक शीर्ष निर्यात प्रोडक्ट में पेट्रोलियम उत्पाद, बहुमूल्य पत्थर, औषधियों के नुस्खे और जैविक, स्वर्ण और अन्य बहुमूल्य धातु शामिल है। वित्त वर्ष 2019-20 (अप्रैल-नवम्बर) में सबसे बड़े निर्यात स्थल अमेरिका, उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), चीन और हांगकांग है।
-सर्वे के अनुसार शीर्ष आयात प्रोडक्ट कच्चा पेट्रोलियम, सोना, पेट्रोलियम उत्पाद, कोयला, कोक एवं ब्रिकेट्स है। भारत का सर्वाधिक आयात चीन से जारी रहेगा, उसके बाद अमेरिका, यूएई और सउदी अरब का स्थान था।
-वित्त वर्ष 2019-20 के शुरुआती दो महीनों में नकदी की स्थिति कमजोर रही लेकिन कुछ समय बाद यह सुविधाजनक हो गई।
-आर्थिक सर्वे में यह कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी छमाही में आर्थिक विकास की गति तेज होने में 10 क्षेत्रों का प्रमुख योगदान रहा है।(हि.स.)
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