नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि बोडो समाज की भाषा, सांस्कृतिक पहचान को पूरा संरक्षण मिलेगा और समुदाय के स्वाभिमान का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। केंद्र और राज्य सरकार समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सोमवार को यहां गृह मंत्रालय में बोडो समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद सोनोवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के हृदय से आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस समझौते से यह बात पुष्ट हुई है कि असम की भौगोलिक सीमाएं अब हमेशा अक्षुण्ण रहेंगी। दूसरा, यह भी स्पष्ट हो गया कि संघीय व्यवस्था भी सुरक्षित रहेगी और उसका पालन होगा। इसके साथ ही बोड़ो समुदाय का सम्पूर्ण रूप से विकास हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बोड़ो समाज की भूमि, भाषा, सांस्कृतिक पहचान और स्वाभिमान का पूरी तरह संरक्षण होगा। केंद्र और असम सरकार इस समझौते को पूरी तरह से लागू कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
सोनोवाल ने कहा कि यह असम की सुख-शांति और तरक्की के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। इस समझौते के लिए राजी होने के लिए सोनोवाल ने सभी बोड़ो नेताओं का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोडो नेताओं ने इस आंदोलन के लिए बहुत कुछ किया पर राज्य के हित को देखते हुए वे समझौते के लिए आगे आए। उन्होंने नेडा (नार्थ ईस्ट डेवलेपमेंट अथॉरिटी) के चेयरमैन हेमंत बिश्वशर्मा का भी आभार प्रकट किया, जिन्होंने यह समझौता कराने में प्रमुख भूमिका निभाई।(हि.स.)
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