गुवाहाटी। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के संयोजक अखिल गोगोई, धैर्य कोंवर, मानस कोंवर और बिटू सोनोवाल को सोमवार को चांदमारी स्थित राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत में पेश किया गया। उल्लेखनीय है कि केएमएसएस नेताओँ को माओवादी (कम्यूनिस्ट) से संपर्क होने और देशद्रोह के आरोप में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। अखिल गोगोई समेत सभी को न्यायालय ने पुनः 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। न्यायालय ने 25 फरवरी को पुनः अखिल को न्यायालय में पेश करने का निर्देश दिया है। अदालत में पेशी के दौरान अखिल गोगोई ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलनकारियों को एकजुट होने की जरूरत है। आंदोलनकारियों को अलग-अलग गुट में न बंटकर एकजुट होकर आंदोलन करने का आह्वान किया। वहीं अखिल ने कहा कि खेल मैदान से निकलकर अब राज्य की सड़क तक सीएए के खिलाफ आंदोलन लगातार जारी रखना होगा। सरकार जब तक इस कानून को रद्द नहीं करती तब तक इस आंदोलन को जारी रखना होगा। ज्ञात हो कि चांदमारी थाने में अखिल के विरूद्ध दर्ज प्राथमिकी को बाद में एनआईए को सौंपा गया था। एक ही मामले में कृषक मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई, धैर्य कोंवर, मानस कोंवर और बिटू सोनोवाल को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। (हि.स.)
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