अरुणा अग्रवाल
राजस्थानी परम्परा का लोकोत्सव गणगौर का 16 दिवसीय कार्यक्रम के साथ आज समापन हुआ। गणगौर में माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा होती है। देश के अन्य भागों की तरह रंगिया में भी मारवाड़ी समाज की महिलाएं 16 दिनों तक अपने घर पर गणगौर का पूजन करने के बाद आज धूमधाम से गणगौर को विदाई दी। महिलाएं अलग-अलग समूह में स्थानीय बरौलिया नदी के घाट पहुंचकर गणगौर का परम्परागत ढंग से विसर्जन किया। इसके पूर्व गणगौर पूजन के अंतिम दिन आज सुबह मारवाड़ी महिलाओ द्वारा गणगौर माता के पूजन का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में मारवाड़ी समाज की महिलाएं राजस्थानी परिधान में शामिल हुईं। वहीं पूजा अर्चना के बाद दोपहर 3:30 बजे धूमधाम से गणगौर माता का विसर्जन बरौलिया घाट पर किया गया। दूसरी ओर रंगिया की अग्रणी संस्था अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन द्वारा गणगौर के साथ सेल्फ़ी नामक प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमे विजेता को ट्रॉफी और पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन रंगिया के बीचों बीच स्थित श्री श्री राधाकृष्ण मंदिर प्रांगण में आयोजित किया गया।









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