गुवाहाटी। फैंसी बजार तेरापंथ धर्मस्थल मे आयोजित संगीतमय श्री राम कथा के तीसरे दिन शंभू शरण लाटा जी ने राम जन्म के अवसर पर बताया कि भगवान का जन्म नहीं होता है। उनका अवतार होता है। उन्होने कहा कि इस कलिकाल में जितना स्मरण प्रभु का करोगे उतना ही सुखी रहोगे। राम नाम से बढ़कर कुछ नहीं है। कथा वाचक संत शंभुशरणजी ने भये प्रकट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी आदि पंक्तियों से पूरे माहौल को राममय बना दिया। उन्होने कहा कि इस जगत में भगवान श्री राम जैसा दूसरा चरित्र नहीं है। प्रभु श्री राम की कथा के श्रवण से ही व्यक्ति के तमाम सांसारिक पाप नष्ट हो जाते है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हम सब में धैर्य की कमी है। जीवन में धैर्य धारण करना बहुत जरूरी है। विशेषकर आपत्ति के समय संयम बरतना चाहिए। महाराज ने कहा कि परिवार में मतभेद हो सकता लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। रामयण हमें पुरुषार्थ करने की प्ररेणा देता है। पूजा में भाव प्रमुख है। पूजा में भाव के साथ शुद्धि की बड़ी आवश्यकता है।व्यास गुरु ने राम जन्म को बधाई गाई और लोग झूम उठे। आज के यजमान संजय चौधरी, बबिता, नम्रता ने व्यास पीठ पर पूजन किया। कथा रोजाना 2.30 बजे से 6. 30 बजे तक हो रही है।
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