11 उम्मीदवार मैदान में, कुल मतदाताओं की संख्या 20 लाख 33 हजार 572 है
निखिल कुमार मुन्दड़ा
होजाई। जैसे-जैसे पहले चरण में होने वाले मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे 10 नंबर काजीरंगा लोकसभा क्षेत्र में भी सरगमिया तेज हो चुकी है। गौरतलाब है,असम में निर्वाचन क्षेत्र के पुनर्निर्धारण के दौरान पूर्व कालियाबार निर्वाचन क्षेत्र को समाप्त करके 10 नम्बर काजीरंगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का गठन किया गया, कलियावर को काजीरंगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल कर दिया गया है। 10वें काजीरंगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होना है और उत्साह की हवा होजाई जिले के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में भी देखने को मिल रही है। 10वें काजीरंगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 57 वां कलियाबोर, 59 वां बारामपुर, 62 वां बिन्नाकांडी, 63 वां होजाई, 64 वां लामडिंग, 103 वां गोलाघाट, 104 वां डेरगांव , 105 वां बोकाखात , 106 वां खोमताई व 107 वां शरूपथार विधानसभा क्षेत्र है और कुल मतदाताओं की संख्या 20 लाख 33 हजार 572 है।
होजाई जिले के बिंनाकांडी विधानसभा क्षेत्र में 253,409, होजाई निर्वाचन क्षेत्र में 243,564, लामडिंग निर्वाचन क्षेत्र में 238,675, नोगांव जिले के बारामपुर निर्वाचन क्षेत्र में 227,599, कलियाबार निर्वाचन क्षेत्र में 183,992 , गोलाघाट निर्वाचन क्षेत्र में 200,429, डेरगांव निर्वाचन क्षेत्र में 172,278 , बोकाखात निर्वाचन क्षेत्र में 157,247, खुमताई निर्वाचन क्षेत्र में 164,148 और शरूपथार विधानसभा क्षेत्र में 192,150 मतदाता हैं।
10वीं काजीरंगा लोकसभा क्षेत्र से इस बार 11 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद ताशा, कांग्रेस से शरूपथार सीट से पूर्व विधायक रोजलिना तिर्की ने अपना नामांकन दाखिल किया है। रोजलिना तिर्की (2016-2021) तक कांग्रेस पार्टी से शरूपथार निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में चुनी गई थी।
वहीं,भारतीय गण परिषद से शैलन चंद्र मालाकार,असम जाना मोर्चा के सलीम अहमद, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया के सलेह अहमद मजूमदार, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल की एनिमा डेका गुप्ता, निर्दलीय उम्मीदवार- विनोद गोगोई, दिलवारा बेगम चौधरी, ज्योतिषका रंजन गोस्वामी, अब्दुल हका व त्रिदीप ज्योति भुयां ने अपना-अपना नामांकन दाखिल किया है। हर उम्मीदवार मतदाताओं को आकर्षित करने हेतु लगे हुए हैं। वहीं अगर हम बात करें सत्तारूढ़ दल भाजपा की तो जमीन पर भाजपा का पलड़ा भारी नजर आता है । वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार चाय बहुल इलाके से होने के कारण उनकी भी क्षेत्र में काफी लोकप्रियता है। अब मतदाता किसे 10 नंबर काजीरंगा लोकसभा क्षेत्र का ताज पहनाते हैं यह काल के गर्व में ही है क्योंकि मतदाता अपना मुंह खोलने से बच रहे हैं, जिसके कारण अनुमान लगा पाना मुश्किल है।






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