नोखा। तेरापंथ भवन नोखा में शासन गौरव साध्वी श्री राजीमती जी के कर कमलों द्वारा नव दीक्षित साध्वी मनोज्ञ प्रभाजी को बड़ी दीक्षा प्रदान की गई। युवक परिषद द्वारा मंगलाचरण के पश्चात आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा प्रदत संदेश का वाचन साध्वी श्री समता श्री जी ने किया।शासन गौरव साध्वी श्री राजीमती ने साध्वी मनोज्ञ प्रभा जी को बड़ी दीक्षा प्रदान करते हुए आगम सूत्रों का वाचन किया एवं बड़ी दीक्षा के पचखान करवाये। साध्वी श्री जी ने फरमाया कि भव भ्रमण को अगर घटाना है तो इच्छाओं को घटाना होगा। हमें अपने स्वरूप का ज्ञान करना चाहिए। शासन श्री साध्वी शशि रेखा जी ने अपने उद्बोधन ने कहा कि आत्म दर्शन के लिए पुरुषार्थ करना पड़ता है, तपना पड़ता है। साध्वी मनोज्ञ प्रभा जी ने सात दिवस में हुए अपने अनुभवों को बताया। सुनीता देवी आँचलिया लक्ष्मी आँचलिया महिला मंडल रणजीत जी दुगड़, गजेंद्र पारख, अरिहंत सुखलेचा, विकास बैद निर्मल चोपड़ा आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्तिक नाहटा, प्रेम चोरड़िया, रितिक बच्चा ने व्यवस्था में सहयोग किया। साध्वी प्रभात प्रभा जी ने कुशल मंच संचालन किया। बड़ी संख्या में श्रावक श्राविका उपस्थित रहे। ज्ञातव्य है कि दिनांक 16 सितंबर 2024 को आचार्य महाश्रमण जी की आज्ञा से शासन गौरव साध्वी श्री राजीमती जी ने मुमुक्षु मानवी को साध्वी दीक्षा प्रदान की थी। नोखा से गुरुदर्शन हेतु 125 सदस्यों का संघ सूरत में आचार्य श्री महाश्रमण जी की सन्निधि में पहुंचा हुआ है।
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