गुवाहाटी। नारायण रेकी सत्संग परिवार (एन आर एस) गुवाहाटी के सौजन्य से माछखुवा स्थित आईटीए सेंटर में जीवन को नई दिशा देने वाला सत्र आजीवन खुश रहने का मंत्र कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें नारी रत्न राजेश्वरी मोदी (राज दीदी) ने जीवन पर पडने वाले सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों के बारे में बताया। राज दीदी ने खचाखच भरे सभागार में बताया कि सकारात्मक और नकारात्मक दो तरह की ऊर्जा होती है।जिसमें सकारात्मक ऊर्जा से सुख, शांति, सेहत, समृद्धि, खुशी, आनंद, उत्साह, प्यार, आदर, सम्मान, प्रशंसा, उन्नति, प्रगति, सफलता आदि प्राप्त होती है। इससे आदतों, आत्मविश्वास, फुर्ती, तन मन धन आदि कार्य आसान हो जाते हैं। जबकि नकारात्मक ऊर्जा से दुख, दरिद्रता, शांति, रोग, शोक, पतन, कष्ट, पीड़ा, तकलीफ, परेशानियां, डर, घबराहट, बेचैनी होते हुए कार्य का रुकना, आदतों का बिगड़ जाना और तन मन धन का नकारात्मक हो जाना आदि प्रभाव पड़ता है।राज दीदी ने आगे शास्त्र और नारायण शास्त्र के बारे में बोलते हुए बताया कि नारायण शास्त्र क्या है? संपूर्ण वेद शास्त्र का निचोड़ ही नारायण शास्त्र है।नारायण शास्त्र एकलौता है पर सबसे ताकतवर शास्त्र है।जिस तरह बुफे सिस्टम में कई तरह की खाने की चीज परोस दी जाती है। उसमें से कुछ लोग सेहत को ध्यान में रखकर तथा कुछ स्वाद को ध्यान में रखकर भोजन लेते हैं। ठीक इसी तरह है शास्त्र भी अनेक है।लोग अपनी भक्ति भाव के अनुसार शास्त्रों का चयन करते हैं तथा नारायण शास्त्र का भी चिंतन मनन करते हैं। इससे पहले राज दीदी का माछखुवा आईटीए सेंटर में प्रवेश करते ही उनकी अगवानी में असमिया बिहू नृत्य ढोल और पेपा बजाकर उनका स्वागत करते हुए सभागार तक लाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय गीत से हुआ। नारायण रेकी सत्संग परिवार की महिला सदस्योंओ ने स्वागत गीत नृत्य करके राजू दीदी का स्वागत किया। राज दीदी ने दीप प्रज्वलित कर के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नारायण रेकी सत्संग परिवार गुवाहाटी की प्रमुख सरला लाहोटी, मुंबई से पधारी शशी गोयल तथा संतोष सिंघानिया, वंदना बिहानी, आभा लढढा, नीतू अग्रवाल, बबीता मारदा के अलावा अन्य सदस्याएं मंच पर उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन रमेश चांडक ने आध्यात्मिक तरीके से किया। इस अवसर पर राज दीदी ने अपनी आत्म शक्ति के द्वारा पानी और 56 रुपए को क्रियाशील और सक्रिय करवा कर श्रोताओ को आशीर्वाद दिया।
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एन आर एस परिवार ने आजीवन खुश रहने का मंत्र नामक कार्यक्रम आयोजित किया
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