गुवाहाटी। बुधवार को दोपहर 11:00 जब हर कोई अपने काम के सिलसिले में घर से बाहर रहता है। घर के बच्चे स्कूल चले जाते हैं। उस वक्त आर्य नगर के गोपीनाथ नगर की गली में सिलेंडर विस्फोट से भयानक अग्निकांड हो जाता है। जिसमें 7 क्वार्टर पूरी तरह से जलकर राख हो गए। गोपीनाथ नगर मे असम सेवा समिती के श्रमिक रात्रि आश्रय स्थल के ठीक सामने बने छोटे-छोटे क्वार्टर में यह अग्निकांड हुआ। गनीमत है इस अग्निकांड में असम सेवा समिति का श्रमिक आश्रय स्थल पूरी तरह सुरक्षित रहा।आग राधिका देवी के बंद घर से शुरुआत हुई। राधिका देवी उस समय अपने मजदूरी के काम से बाहर गई हुई थी। राधिका देवी के बगल वाले घर में निहारिका सईकिया और दिलीप सईकिया का क्वार्टर था। निहारिका सईकिया ने राधिका देवी के घर से धुआं निकलते देखा चिल्ला कर लोगों से मदद मांगने लगी। लेकिन प्रायः पुरुष बाहर रहने की वजह से लोगों को आने में देरी हो गई। तब तक राधिका देवी के घर में सिलेंडर ब्लास्ट होने लगे। एक-एक करके सारे क्वार्टर में आग फैल गई और सिलेंडर ब्लास्ट होने लगे। एक सिलेंडर तो सामने असम सेवा समिति के श्रमिक आश्रय स्थल में जाकर उछलकर गिर पड़ा। निहारिका सैकिया का घर भी पूरी तरह से जल के खाक हो गया। पहनने के कपड़े, गहने, बच्चों के उपलब्धि प्राप्त प्रमाण पत्र, जमीन के कागजात सब जलकर राख हो गए। निहारिका का पुत्र नृत्य में पारंगत होने की वजह से 70 से अधिक पुरस्कार और प्रमाण पत्र जो उसे प्राप्त हुए वह सभी जलकर राख हो गए। राधिका देवी भी जब जाकर अपने घर की राख को देखती हैं तो वह सदमे से पागलों की तरह हरकतें करने लगी और कभी-कभी बेहोश होकर भी गिर जाती थी। इस आग में टमटम चालक का टमटम भी जलकर राख हो गया। कई ठेले भी आग की भेंट चढ़ गए। अग्निशमन विभाग गाड़ियों ने जल्द ही आग पर काबू पाया वरना आसपास के कई घर दुकान व क्वार्टर जलकर राख हो जाते।
!->
आर्य नगर के गोपीनाथ नगर में हुए अग्निकांड की दर्द भरी दास्तां
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें