गुवाहाटी: समाज सेवा, कला, शिक्षा और फिल्म उद्योग में अद्वितीय योगदान के लिए विख्यात शंकरलाल गोयनका को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें 3 दिसंबर को होटल विश्व रतन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन साहित्य और संस्कृति को समर्पित गैर-सरकारी संगठन व्यतिक्रम मासडो द्वारा किया गया है।
व्यतिक्रम मासडो के अध्यक्ष डॉ. सौमेन भारतीया ने इस अवसर पर कहा, "शंकरलाल गोयनका मानवीय गुणों के धनी और कला के सच्चे पुजारी हैं। उनका योगदान फिल्म जगत और समाज सेवा में अप्रतिम है, जिसे सदैव स्मरण किया जाएगा।"
गोयनका ने वर्ष 1966 में शिलांग में अंजली सिनेमा की स्थापना की थी, जो पूर्वोत्तर भारत का पहला 70 मिमी थिएटर था। इसके अतिरिक्त, उन्होंने फिल्म वितरण कंपनी भी शुरू की, जिससे सिनेमा व्यवसाय को नई ऊंचाइयां मिलीं। उनके इन प्रयासों के लिए उन्हें दादा साहब फाल्के अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
सिर्फ फिल्म और कला ही नहीं, गोयनका का योगदान शिक्षा, स्वास्थ्य और बाल विकास के क्षेत्र में भी अविस्मरणीय है। हाल ही में, डॉ. बी. बरुवा कैंसर संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने ट्रस्ट, जीवन राम मूंगी देवी गोयनका पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट, की ओर से छह योग्य पैरामेडिकल छात्रों को छात्रवृत्ति और दो जरूरतमंद कैंसर रोगियों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।
गोयनका के इस अद्वितीय योगदान और उनकी निस्वार्थ सेवा भावना के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल उनके कार्यों का सम्मान करेगा, बल्कि समाज को प्रेरणा भी देगा।
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