तीन दिवसीय हुला हूप नृत्य प्रशिक्षण में बच्चों ने दिखाया उत्साह
तेजपुर। मारवाड़ी युवा मंच, तेजपुर जागृति शाखा द्वारा JNDW, तेजपुर परिसर में तीन दिवसीय हुला हूप नृत्य कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।
हुला हूप नृत्य एक मनोरंजक और फिटनेस से भरपूर नृत्य है, जिसमें एक गोल प्लास्टिक के घेर (हुला हूप) को कमर, गर्दन या अंगों के चारों ओर घुमाते हुए लयबद्ध रूप से प्रदर्शन किया जाता है। यह नृत्य शैली आज की फिटनेस एक्सरसाइज के रूप में भी बेहद लोकप्रिय होती जा रही है, जो शरीर को लचीला, सुदृढ़ और संतुलित बनाने में मदद करती है।
इस कार्यशाला की संयोजिका व शाखा की संयुक्त मंत्री श्रीमती मीना भूत रहीं। उनके समर्पण एवं कुशल आयोजन कौशल से यह कार्यक्रम अत्यंत प्रभावशाली रहा।
कार्यशाला में कुल 15 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्हें प्रशिक्षण देने का कार्य किया अमाया और हर्षिता ने, जो स्वयं बाल प्रशिक्षक हैं और विगत दो वर्षों से इस नृत्य शैली में दक्षता हासिल कर रही हैं। जब उन्होंने प्रशिक्षण आरंभ किया था, तब अमाया मात्र 5 वर्ष और हर्षिता 7 वर्ष की थीं। वर्ष 2024 में दोनों बहनों ने अपने नाम "असम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" एवं "इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" में दर्ज कराए, जो तेजपुर के लिए गौरव की बात है। ये दोनों संयुक्त मंत्री मीना भूत एवं श्री सुमित भूत की सुपुत्रियां हैं।
कार्यशाला के अंतिम दिन, 2 जून को आयोजित समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शाखा मंत्री श्रीमती सरिता टायल ने विशेष अतिथि श्री रोहित जी को असम की पारंपरिक फूलम गामूछा भेंट कर सम्मानित किया और उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर शाखा मंत्री सरिता टायल ने कहा:
"ऐसे कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत रचनात्मक होते हैं। इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों को खेल-खेल में शारीरिक व्यायाम और रचनात्मकता के प्रति प्रेरित करना था।"
समारोह में पिंकी सिंगला, सोनू पंड्या, सोनि अग्रवाल एवं चंदा जैन की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और भी बढ़ाया। मारवाड़ी युवा मंच, तेजपुर जागृति शाखा की यह पहल निश्चित ही बच्चों के स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और प्रतिभा को निखारने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास रही।
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