गुवाहाटी - लायंस क्लब ऑफ गुवाहाटी कामरुपा ने 11 सितंबर को गुवाहाटी के तरुण नगर स्थित हेलो किड्स स्कूल में खसरा-रुबेला टीकाकरण शिविर आयोजित किया। क्लब द्वारा आयोजित इस टीकाकरण शिविर में प्रायः 50 छात्रों को टीका लगाया गया। इस कार्यक्रम में क्लब की अध्यक्ष लायन निशा सराफ, कोषाध्यक्ष लायन प्रेमचंद अग्रवाल, लायन सुष्मिता बजाज, लायन सानिया जालान उपस्थित थे।
क्या है रुबेला ?
रुबेला रोग जीनस रुबिवायरस के वायरस द्वारा होता है। रुबेला संक्रामक है लेकिन प्राय: हल्का वायरल संक्रमण होता है। हालांकि रुबेला को कभी-कभी “जर्मन खसरा” भी कहते हैं| रुबेला का टीका एक सक्रिय दुर्बलीकृत रुबेला वायरस पर आधारित है जिसका प्रयोग 40 वर्षों से अधिक समय से किया जा रहा है। टीके की एक खुराक जीवन भर प्रतिरक्षण प्रदा कर सकती है। दुनिया भर में, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों में वर्ष 2012 में लगभग 100,000 रुबेला मामले सामने आए, हालांकि संभावित रूप से वास्तविक मामले इससे कहीं अधिक हैं। 2012 में सबसे अधिक मामलों वाले देश थे टिमोर-लेस्ट, मेसिडोनिया, थाइलैंड, ताजिकिस्तान, और सीरिया।
क्या है इसके लक्षण ?
रुबेला के लक्षणों में शामिल हैं कम बुखार, मिचली और प्रमुख रूप से गुलाबी या लाल चकत्तों के निशान जो लगभग 50-80% मामलों में उत्पन्न होते हैं। चकत्ते प्राय: चेहरे पर निकलते हैं, नीचे की ओर फैलते हैं और 1-3 दिनों तक रहते हैं। वायरस के संपर्क में आने के 2-3 दिनों के बाद चकत्ते निकलते हैं। सर्वाधिक संक्रामक अवधि होती है चकत्ते निकलने के 1-5 दिनों तक।
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