गुवाहाटी। मध्य गुवाहाटी साहित्य सभा, प्रांतश्री शत दल साहित्य सभा, ब्रह्मपुत्र साहित्य सभा द्वारा संयुक्त रूप से कला गुरु विष्णु प्रसाद राभा की 50वीं पुण्य तिथि के सी दास कॉमर्स कालेज मे मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गुवाहाटी विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ भास्कर ज्योति बोरा ने बिष्णु प्रसाद राभा के आदर्शों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे एक महान शिल्पी थे। वह जमींदार भी थे। उनके 2.5 हजार बीघा जमीन थी। लेकिन भूमिहीनों को दान कर दी। उनका नारा था हल जिसका जमीन उसकी। इससे पहले केसी दास कॉमर्स कॉलेज में प्रातः मध्य गुवाहाटी साहित्य सभा के अध्यक्ष डॉ दिलीप चंद्र दास ने झंडारोहण किया। असम साहित्य सभा के केंद्रीय उप-समिति कुंही के संयोजक तथा ब्रह्मपुत्र साहित्य सभा के अध्यक्ष किशोर कुमार जैन की अध्यक्षता में आयोजित खुला सत्र का संचालन करते हुए किशोर काला ने बिष्णु प्रसाद राभा पर एक स्वरचित असमिया कविता का पाठ करते हुए राभा को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रांतश्री साहित्य सभा के अध्यक्ष डॉ उत्पल शर्मा, कामरूप महानगर जिला के संस्थापक सचिव डिंबेश्वर पाठक, दासो शर्मा, डॉक्टर दिनेश दास, सबरी दत्त ने दीप प्रज्वलित कर के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केसी दास कॉमर्स कॉलेज के अध्यक्ष ऋषिकेश बरुआ, जालूकबाडी साहित्य सभा के अध्यक्ष ताहिर उद्दीन अहमद ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रभात चंद्र दास ने कला गुरु राभा के जीवन परिचय एवं उनके अवदान पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में साहित्य सभा के सदस्यों के अलावा ब्रह्मपुत्र साहित्य सभा के मंत्री अशोक अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य कांता अग्रवाल, नवल मोर, सविता जोशी, संपत मिश्र, कोषाध्यक्ष विजय सेठी, नारायण खाकोलिया, जीवराज जैन के अलावा अन्य कई सदस्य उपस्थित थे।
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