लखीमपुर से ओम प्रकाश तिवारी व राजेश राठी की संयुक्त रिपोर्ट
विश्व के समस्त ब्राह्मण बंधुओं को एक सूत्र में बांधने का महा संपर्क अभियान
संपूर्ण भारत में 111000 किलोमीटर की लंबी यात्रा कर देश के 700 जिला तथा 5000 कस्बों व गांवों तक पहुंचने का कार्यक्रम
लखीमपुर। विश्व के समस्त ब्राह्मण बंधुओं को एक सूत्र में बांधने के लिए अखंड भारत श्री परशुराम यात्रा का रथ आज लखीमपुर पहुंचा। 5 मार्च 2017 को लोहार्गल धाम, झुंझुनू ,राजस्थान से प्रारंभ होने वाली यह परशुराम यात्रा का लक्ष्य संपूर्ण भारत में 1,11,000 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर देश के 700 जिला एवं 5000 कस्बों और गांवों तक पहुंचकर इन क्षेत्रों में निवास करने वाले ब्राह्मणों को जागृत करना तथा उन्हें एकता के सूत्र में बांधना है। इस यात्रा का समापन हरियाणा के कुरुक्षेत्र होते हुए नई दिल्ली में होगा। यह महा संपर्क अभियान ब्रह्म परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष तथा विश्व ब्राम्हण महापरिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष आचार्य राजेश्वर जी महाराज के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। इस परशुराम रथ यात्रा का नेतृत्व कर रहे युगल पीठाधीश्वर आचार्य राजेश्वर जी महाराज ने बताया की श्री परशुराम यात्रा का उद्देश्य संपूर्ण भारत में निवास करने वाले ब्राह्मण बंधुओं तक भगवान परशुराम के जीवन चरित्र व उपदेशों की जानकारी का प्रचार प्रसार करना है। इसके साथ ही भारत के विभिन्न भागों में बसने वाले ब्राह्मण बंधुओं को एक दूसरे से संपर्क में लाकर एकजुट करना व वह ब्राह्मणों के लिए "ब्राह्मण बंधु हेल्पलाइन" की स्थापना करना है। इस हेल्पलाइन के द्वारा भारत के किसी भी क्षेत्र में निवास करने वाले ब्राम्हण परिवार को अगर किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता हो तो उन्हें सहायता करने वाले तत्काल उपलब्ध हो जाएंगे।
अखंड भारत श्री परशुराम यात्रा का रथ शाम 7:15 पर लखीमपुर शहर के खेलमाटी स्थित महाबॉक्स मालचंद नामक पेट्रोल पंप पर पहुंचा जहां उनका लखीमपुर ब्राह्मण समाज तथा मारवाड़ी सम्मेलन की तरफ से भव्य स्वागत किया गया। लखीमपुर ब्राह्मण समाज की तरफ से बलवीर शर्मा, राधा कृष्ण शर्मा, महावीर शर्मा, देव आनंद शर्मा, सुंदरलाल शाश्वत, बलवान शर्मा, इत्यादि कई गणमान्य व्यक्तियों ने आचार्य राजेश्वर जी महाराज का फूलों की माला तथा असमिया परंपरा के अनुसार गुलाम गमछा से गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। साथ ही साथ मारवाड़ी सम्मेलन के तरफ से विशिष्ट समाजसेवी रामेश्वर तापड़िया तथा माणिकलाल दमानी ने भी गुलाम गमछा से उनका स्वागत किया। इसके पश्चात श्री परशुराम यात्रा के रथ को लखीमपुर शहर के मध्य स्थित श्री श्री सीताराम जी ठाकुरबाड़ी परिषद में लाया गया। जहां युगल पीठाधीश्वर आचार्य राजेश्वर जी महाराज का भक्तिमय प्रवचन हुआ। जिसे सुनने के लिए भक्त गणों का सैलाब उपस्थित था। अपने प्रवचन के दौरान आचार्य राजेश्वर जी महाराज ने ब्राह्मणों के आराध्य भगवान श्री परशुराम की जीवन गाथा पर प्रकाश डाला तथा श्री परशुराम यात्रा के उद्देश्यों को विस्तार पूर्वक बताया।
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