राजेश राठी और ओमप्रकाश तिवारी की संयुक्त रिपोर्ट
नॉर्थ लखीमपुर प्रेस क्लब के पत्रकार सदस्यों ने प्रस्तुत किया नाटक
लखीमपुर। असम जातीयतावादी युवा परिषद की लखीमपुर जिला समिति उत्तर लखीमपुर आंचलिक समिति के सहयोग से लखीमपुर के मध्य स्थित त्याग क्षेत्र में एक दिवसीय सांस्कृतिक जगत के महान शिल्पी कला गुरु बिष्णुप्रसाद राभा दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर असम जातीयतावादी युवा परिषद के लखीमपुर जिला समिति के अध्यक्ष लूलू बरुआ ने झंडा रोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा सचिव सुदीप्तो हजारीका असम की आन बान और शान की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति दे चुके असम के वीर शहीदों की शहादत को याद कर शहीद तर्पण कर उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पण की। उसके बाद नॉर्थ लखीमपुर प्रेस क्लब के सचिव करुणा कृष्ण नाथ ने महान शिल्पी कला गुरु बिष्णुप्रसाद राभा की प्रतिमूर्ति पर माल्याअर्पण कर उनकी कला संस्कृति पर प्रकाश डाला। इसके उपरांत कविता आवृत्ति प्रतियोगिता, राभा संगीत के साथ साथ सृष्टि मुल्क नृत्य प्रतियोगिता का भी अयोजन आयोजक समिति द्वारा आयोजित किया गया था। जिसका उद्घाटन पूर्व शिक्षा अधिकारी व समाज कर्मी कनकेश्वर डेका ने अपने कर कमलो द्वारा किया। संध्या 5:30 बजे नौकाड़ी नामघर के बायर्न शिशुराम हजारीका ने दीप प्रज्वलित कर संस्कृतिक कार्यकरमो का शुभारंभ किया। तत्पश्चात उक्त सांस्कृतिक मंच पर से स्मृति ग्रंथ का विमोचन करने के पश्चात प्रतियोगिताओं में विजई प्रतियोगियों को असम जातीयतावादी युवा परिषद के मुख्य सलाहकार सुरजीत भुइयां ने अपने कर कमलों द्वारा पुरस्कार वितरण कर उनका उत्साह वर्धन किया। उसके बाद उत्तर लखीमपुर नगर समिति के कार्यवाही अधिकारी तथा लखीमपुर जिला के सह आयुक्त देवाशीष गोस्वामी ने उक्त मंच पर से स्मारिका का विमोचन किया। असम वार्ताजीवी संघ के महासचिव टूटू मोनी फूकन, समाज कर्मी तथा नॉर्थ लखीमपुर चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष उदय शंकर हजारीका, लखीमपुर जिला साहित्य सभा के अध्यक्ष सपन कुमार दत्ता, जिले के उन्नयन आयुक्त उत्पल बोरा, नवबछिया कनिष्ठ महाविद्यालय के अध्यक्ष नोगेन शर्मा, समाज कर्मी नंदकिशोर राठी, हीरालाल जैन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। रात्रि 10:00 बजे राभा दिवस के उपलक्ष पर आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंच पर नॉर्थ लखीमपुर प्रेस क्लब के पत्रकार सदस्य करुणा कृष्ण नाथ, कुमुद बरुआ, जीवन गोस्वामी, राजेश राठी, अजीत मेधी, प्रियम ज्योति फूकन, नील पवन, शिमांतो दत्त, देवव्रत काकोटी एवं लोहित दास ने महेंद्र बोरठाकुर द्वारा रचित "हिसा पानीर मास" नामक नाटक प्रस्तुत किया। जिसमे यह दिखाया गया की आम जनता के वाहन चोरी होने के पश्चात किस प्रकार पुलिस अपना कर्तव्य निर्वाह करती है तथा साथ ही साथ यह भी दर्शाया गया की अपनी पहुंच ऊपर तक रखने वाले तथा कानून व्यवस्था को बनाए रखने की शपथ लेने वाले हमारे राजनेता किस प्रकार सत्ता के मोह में मदमस्त होकर कानून की धज्जियां उड़ाते हैं। नॉर्थ लखीमपुर प्रेस क्लब के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत किए गए इस नाटक की उपस्थित जन समुदाय ने भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि इस नाटक के माध्यम से पत्रकारों ने जिला व पुलिस प्रशासन को कुंभकरणनी निद्रा से जागृत होकर अपना कर्तव्य निष्ठा पूर्ण निभाने का आह्वान किया है। सांस्कृतिक जगत के महान शिल्पी कालागुरु बिष्णु प्रसाद राभा की स्मृति में आयोजित 50 वे राभा दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का विशाल आयोजन किया गया जिसमें असम के जनप्रिय गायक विद्यासागर तथा लखीमपुर की बुकार पद्म के नाम से परिचित जनप्रिय गायिका डिंपी सेतिया ने मधुर मधुर गाने से उपस्थित जन समुदाय के मन को मोह लिया।
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