गुवाहाटी। तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अधिशास्ता महातपसवी आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी संगीत श्री जी ठाणा 4 के पावन सानिध्य एवं श्री जैनश्वेतांबर तेरापंथी सभा गुवाहाटी के द्वारा महावीर स्थल मे आचार्य श्री महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में असम के राज्यपाल महामहिम प्रोफेसर जगदीश मुखी ने अपने वक्तव्य में कहा कि सत्य और अहिंसा का मूल मंत्र ही जैन धर्म है। जैन मुनियों ने जो अहिंसा परमो धर्म का संदेश दिया है उस पर चलकर ही विश्व एवं मानव जाति का कल्याण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण विश्व बारूद के ढेर पर खड़ा है। ऐसे में अहिंसा के रास्ते पर चलकर ही इस विनाश लीला को रोका जा सकता है। हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी अहिंसा का संदेश देने की कोशिश की। अहिंसा जैन धर्म की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जिसके लिए देश उनके प्रति ऋणी है। आचार्य महाप्रज्ञ ने अपने जीवन को एक प्रयोगशालाा बनाया और आचार्य तुलसी के निर्देशन में मानव जाति को अनेक अवदान दिए। साध्वीं संगीत श्री जी ने अपने ओजस्वी वाणी मे कहा कि तेरापंथ धर्म संघ के दशम आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का जन्म झुंझुनू जिले के टमकोर गांव में हुआ था। आचार्य श्री महाप्रज्ञ ने देश को अहिंसा ,शांति व मैत्री का संदेश दिया। उनको आधुनिक भारत का महान दार्शनिक माना जाता है। साध्वी वृंद द्वारा नमस्कार महामंत्र एवम महाप्रज्ञअष्टकम से प्रारंभ कार्यक्रम में तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बसंत कुमार सुराणा ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ रूढ़िवादिता से हटकर भाव शुद्धि पर विशेष ध्यान देते थे। प्रेक्षा ध्यान एवं जीवन विज्ञान के द्वारा संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए कार्य किया। इससे पूर्व श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, श्री दिगंबर जैन पंचायत ,वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ,साधुमार्गी जैन श्रावक संघ एवं श्री जैन श्वेतांबर मंदिर मार्गी संघ के पदाधिकारियों ने फुलाम गमछा, शाल व साहित्य इत्यादि से महामहिम राज्यपाल का स्वागत अभिनंदन किया। राज्यपाल महोदय का संक्षिप्त परिचय तेयुप के मंत्री आशीष कोचर ने प्रस्तुत किया ।कार्यक्रम के दुसरे चरण में साध्वी शांति प्रभा जी ,साध्वी कमल विभा जी, साध्वी मुदिता श्री जी ने आचार्य महाप्रज्ञ जी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए सारगर्भित वक्तव्य दिया। तेरापंथ महिला मंडल द्वारा मधुर गीतिका का संगान किया। तेरापंथ महिला मंडल ,तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, अणुव्रत्त समिति ,आचार्य तुलसी महाश्रमण रिसर्च फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने अपने वक्तव्य के माध्यम से आचार्य महाप्रज्ञ जी को श्रद्धाअर्पण किया। आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के संसार पक्षीय नातीले परिवार की तरफ से जंवरी मल बोथरा एवं दिलीप दुग्गड के नेतृत्व में गीतिका प्रस्तुत की गई। शाम को आठ गांव स्थित स्टील हाउस में एक शाम महाप्रज्ञ के नाम भजन संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ एवं समापन राष्ट्रगान से हुआ। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेरापंथी सभा के मंत्री अशोक सेठिया ने किया। कार्यक्रम संयोजक मान मल लोढा और सुरेश नाहटा ने बताया कि इस आयोजन में गुवाहाटी के अलावा आसपास के अन्य क्षेत्रों के श्रावक-श्राविकाओं का भी काफी संख्या में समागम हुआ।
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