गुवाहाटी। असम के वित्त मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने सदन में शुक्रवार को विधानसभा में बजट पेश किया। बड़ी बात यह है कि बजट में 105246 करोड़ की सकल प्राप्तियां व 103762 करोड़ के व्यय अर्थात 1484 करोड़ के सरप्लस का बजट विधानसभा में पेश किया गया। साधारणतया कोई भी सरकार सरप्लस बजट पेश नहीं करती है। असम विधानसभा में पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हितेश्वर सैकिया ने सरप्लस बजट पेश किया था। उसके बाद डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने सरप्लस बजट पेश किया है।
प्राप्तियां
बजट के अनुसार गैर कर राजस्व से 6.94 प्रतिशत, केंद्रीय कर में राज्य के अंश से 25.44 फीसदी, वित्त आयोग द्वारा प्रदत्त कोष से 10.50 फीसदी, केंद्रीय योजनाओं के लिए 20.39 फीसदी, राज्य सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों से होने वाली आय 2.02 फीसदी, ऋण और अग्रिम भुगतान से प्राप्त धनराशि 0.29 फीसदी, जनता से लिया हुआ ऋण 12.37 फीसदी तथा राज्य सरकार के कर से 22.50 फीसदी की प्राप्तियां होंगी।
उल्लेखनीय है कि असम सरकार का यह अंतिम पूर्ण बजट है। बहुत जल्द ही वहां चुनाव होेने वाले हैं। चुनाव में जाने से पहले भाजपा नीत गठबंधन सरकार ने कोई नया कर लगाने का जोखिम नहीं उठाया है। हालांकि, इस बार के बजट में कई नई लोकलुभावन योजनाओं को शामिल किया गया है। (हि.स.)
राज्य सरकार की सकल प्राप्तियां 2020-21 में 105246 करोड़ रुपये की निर्धारित की गई है। जबकि इस वर्ष का सकल व्यय 103762 करोड़ रुपये बताया गया है। इस प्रकार से इस वर्ष के बजट में 1484 करोड़ रुपये का सरप्लस दिखाया गया है। इसके उलट 2019-20 के बजट में 1193.04 करोड़ का घाटा दिखाया गया था।
व्यय
प्रस्तुत बजट के अनुसार सरकार के अनुदान एवं हिस्सा मद में 1 प्रतिशत, सामाजिक सेवा में 39 प्रतिशत, आर्थिक सेवा पर 27 प्रतिशत, सामान्य सेवा पर 31 प्रतिशत, जनता से लिए हुए ऋण के भुगतान पर 2 प्रतिशत खर्च किया जाएगा।
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