-रोजगार मेले में 50 से अधिक राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय संगठनों को एक छत के नीचे आने का मिलेगा मौका
- तीन हजार से अधिक नौकरी चाहने वाले को इससे लाभान्वित होने की उम्मीद
- 11 दिसंबर को एक राष्ट्रीय स्तर का एच आर कांक्लेव भी आयोजित होगा जिसमें कोविड-19 के बाद केंपस हायरिंग, टेक्नोलॉजी और रिक्रूटमेंट पर इसके प्रभाव, केंपस रिक्रूटमेंट के डिजिटलीकरण पर व्यवहारिक सत्र आयोजित होंगे
गुवाहाटी। अग्रणी शैक्षणिक संस्थान असम डाउन टाउन यूनिवर्सिटी (एडीटीयू) गुवाहाटी के प्रयासो से 10 दिसंबर को पूरे भारत के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय परिसर में एक विशाल रोजगार मेला 7th एडीटीयू जॉब फेयर का आयोजन होने जा रहा है। इस मेले में नौकरी चाहने वाले तीन हजार लोग भाग लेंगे। जिन्हें एक ही छत के नीचे अदानी ग्रुप, रिलायंस जिओ इन्फोकॉम, डाबर, बाय जूस, ब्रिटानिया लिमिटेड, मैरिको लिमिटेड टापसेम, हाईक एजुकेशन,रेडिसन ब्लू नारायणा अस्पताल, लुलु ग्रुप इंडिया सहित 50 प्रतिष्ठित संगठनों की ओर से नौकरी के ऑफर दिए जा सकते हैं। इस रोजगार मेले का उद्देश्य 0--3 साल के अनुभव वाले उम्मीदवारों को रोजगार देना है। यह मैनेजमेंट ,सोशल साइंस फार्मेसी ,इंजीनियरिंग, नर्सिंग, पैरामेडिकल और विज्ञान जैसे विभिन्न कार्य क्षेत्रों के छात्रों की रोजगार संबंधित जरूरतों को पूरा करेगा। जॉब फेयर के एक दिन बाद एडीटीयू का प्लेसमेंट सेल भारत में टैलेंट सोर्सिंग और रिक्रूटमेंट में सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को एक साथ लाने के लिए 11 दिसंबर को उत्तर पूर्व में सबसे बड़ा और पहला राष्ट्रीय स्तर का एच आर कानक्लेव भी आयोजित कर रहा है।जिसमें कोविड-19 के बाद केंपस हायरिंग, टेक्नोलॉजी और रिक्रूटमेंट पर इसके प्रभाव, केंपस रिक्रूटमेंट के डिजिटलीकरण पर व्यवहारिक सत्र होंगे।इसमें विभिन्न सत्रों के अतिथि वक्ताओं के रूप में उद्योग के विशेषज्ञों का एक समूह होगा। जिसके बाद स्ट्रैटेजिक और सोर्सिंग लैब पर सम्मेलन होंगे। उद्योग के विभिन्न पहलुओं के विशेषज्ञों के बीच नेटवर्किंग और इंटरेक्शन के लिए एक खास समय भी होगा।असम डाउनटाउन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ एनसी तालुकदार ने कहा कि हमने देखा है कि कोरोनावायरस महामारी के कठिन समय के दौरान नौकरी की तलाश लगभग असंभव कार्य की तरह लगने लगा है। रिमोट वर्किंग, ई-कॉमर्स और ऑटोमेशन के बढ़ते रुझान के कारण, आवश्यक कौशल की कमी के कारण 25% से अधिक श्रमिकों को व्यवसाय बदलने की आवश्यकता हुई है। लेकिन अब जैसा कि अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे खुल रही है कई कंपनियों ने लोगों को काम पर रखना शुरू कर दिया है। नौकरी का परिदृश्य भी एक संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। इसलिए इस तरह की जॉब फेयर नौकरी चाहने वालों के लिए कंपनियों से जुड़ने और उनकी आवश्यकताओं को समझने के शानदार अवसर होते हैं। नौकरी चाहने वालों को अपनी खोज को सुव्यवस्थित करने और हायरिंग बिजनेस और प्रासंगिक पदों के लिए आवेदन करने के बारे में जानने का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करने में भी मदद करेगा। डॉक्टर तालुकदार ने आगे कहा कि इस तरह एच आर कॉन्क्लेव हमें हर साल इन उद्योगों को आपसी संबंधों को बनाने और नेटवर्क को मजबूत बनाने की सुविधा प्रदान करेगा।इस तरह के कांक्लेव का अंतिम लक्ष्य छात्रों को उद्योग और बाजार के लिए तैयार करना है। एच आर कानक्लेव में एयर एशिया के रिजनल सीनियर एचआर मैनेजर सौमर चौधरी, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एचआर मैनेजर रेनी पी कश्यप , पीपल एंड टैलेंट ऑपरेशंस जालोरी के निर्देशक पुबाली बोरठाकुर, टॉपसेम के प्रेसिडेंट अनिल कपूर, आईआईटी कानपुर के सीईओ डॉ निखिल अग्रवाल,रीजनल रिसर्च सेंटर फॉर नार्दन ईस्टर्न स्टेट के डायरेक्टर डॉ अशोक के राय, ग्लोबल सीओई थाट वर्क्स के सोर्सिंग लीड अकबर अली इंजीनियर,एलजीबीआई एयरपोर्ट अदानी एयरपोर्ट के हेड एचआर बनजीत ओझा, नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक के चीफ पीपल ऑफिसर त्रिदीप शर्मा , डाबर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नार्थ जोन के एच आर प्रमुख देबरघा देव,रेडिसन ब्लू गुवाहाटी के एचआर मैनेजर अली अहमद जैसे प्रमुख नाम शामिल होंगे।
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