गुवाहाटी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने एफसीएस एंड सीए, कृषि और राजस्व के विभाग के अधिकारियों, धान खरीद एजेंसियों एफसीआई, एएफसीएससीएल, एनएएफईडी, एनएसीओएफ, एनसीसीएफ और एएसएएमबी के प्रतिनिधियों के साथ आज जनता भवन में हुई बैठक में राज्य में धान की खरीद के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए।
राज्य सरकार ने किसानों को एक बड़ी वित्तीय राहत देने और कृषि को आर्थिक रूप से अधिक व्यवहार्य बनाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 10 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के विभागों और खरीद एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमों और उनके सामने आने वाली चुनौतियों का जायजा लिया और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि केवल वास्तविक किसानों को ही इस पहल का लाभ मिले।
मुख्यमंत्री ने धान खरीद को सुचारू और तेज करने के लिए उपार्जन पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण बढ़ाने को कहा। इसके अलावा, पंजीकरण के दौरान किसानों के सामने आने वाले सभी मुद्दों को दूर करने के लिए डॉ सरमा ने एफसीएस और सीए और कृषि विभाग के अधिकारियों को व्यापक क्षेत्र का दौरा करने और किसानों को संभालने का निर्देश दिया। उन्होंने राजस्व विभाग को भूमि संबंधी प्रमाण पत्र शीघ्र जारी करने की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के लिए भी कहा ताकि अधिक से अधिक किसान पोर्टल पर पंजीकरण कर सकें।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने उपार्जन अभियान के बारे में किसानों में अधिक जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कृषि विकास अधिकारियों द्वारा व्यापक प्रचार और किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, धान खरीद एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने एजेंसियों को कृषि और एफसीएस और सीए विभाग के सहयोग से अधिक धान खरीद केंद्र खोलने और संयुक्त खरीद अभियान चलाने का निर्देश दिया।
डॉ. सरमा ने एफसीएस एंड सीए, कृषि और राजस्व विभाग के बीच युद्ध स्तर पर और समन्वय के तहत कदम उठाने पर भी जोर दिया ताकि खरीद लक्ष्य को समयबद्ध तरीके से प्राप्त किया जा सके। इस मौके पर कृषि मंत्री अतुल बोरा, एएफसीएससीएल के अध्यक्ष राजेन गोहाईं, एफसीएस और सीए विभाग के प्रमुख सचिव बिश्वरंजन सामल, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी, राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव अविनाश जोशी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव समीर कुमार सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। (हि.स.)
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