दयानंद सिंह
मोरानहाट। मोरान क्षेत्र में साहित्य चर्चा का अनुष्ठान जूनाकी मेल की 190वीं बैठक 14जून की संध्या उषापुर निवासी बिराज गोगोई और भानू लाहन गोगोई के निवास पर संपन्न हुई। बरमेलूवाई डा लोहित बोरा ने बैठक का संचालन किया और उद्देश्य व्याख्या बासा बोरा ने किया।कार्यक्रम का शुभारंभ लाभली गोगोई के बरगीत गायन से हुई।चर्चा का विषय -ग्रंथ का सुवास के तहत साहित्यकार जयंत माधव बोरा रचित "निशान साहिब "का विश्लेषण किया द्वीजेंद्र दत्त ने। उन्होंने सिख समुदाय के असमीया समाज के साथ घुलमिल जाने, असम की भाषा संस्कृति अपनाने और अभिन्न अंग बनने तक की गौरव मय यात्रा पर वक्तव्य रखा।डा लोहित गोगोई ने कवि राम गोगोई की कविता पाठ किया। अंजू बरुआ, सत्यनाथ शर्मा, परिस्मिता दत्त शर्मा, जोगिंदर सिंह, विजया शैकिया, निमिषा गोगोई ने स्वरचित कविता पाठ किया।स्वीटी गोगोई, सष्टी तान्या कलिता , अंतरा लबिबा, दोरीना फूकन, अनन्या जाहीन अबरार और लाभली गोगोई ने संगीत प्रस्तुत कर बैठक का मान बढाया। भानू लाहन गोगोई रचित पुस्तक "सिंयर "का जूलियाना बेगम और पद्ममिनी लाहन के शिशु ग्रंथ "अकनिर रामधेनु" का लोकार्पण प्रो नवीन गोगोई ने किया।इसी बैठक में एच एस एल सी 2022 परीक्षा में उच्च अंकों के साथ उतीर्ण अन्तरा लबिबा, सष्टी तान्या कलिता, अन्याजाहीन अबरार और पंचुरीता कुंवर का अभिनंदन किया गया।बासा बोरा के धन्यवाद ज्ञापन एवं जातीय संगीत के साथ बैठक संपन्न हुई।
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