दयानंद सिंह
मोरानहाट। "न ही ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते"।स्व मूंगीलाल अग्रवाल सिर्फ एक प्रतिष्ठित व्यवसायी ही नहीं, बल्कि सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में महान योगदान है उनकी मृत्यु के बाद उनके पुत्र देवकीनंदन अग्रवाल ने ज्येष्ठ नागरिक समाज के लिए लायन मूंगीलाल अग्रवाल भवन का निर्माण किया, गरीब छात्रों के लिए छात्रवृत्ति शुरु की और आज मोरानवासियों के लिए पुस्तकालय प्रदान किया।लायन मूंगीलाल अग्रवाल स्मृति पुस्तकालय का उद्घाटन करते हुए असम सरकार के मंत्री विमल बोरा ने कही। सोमवार को दोपहर के समय गांधी उद्यान स्थित ज्येष्ठ नागरिक समाज के सभागार में मंत्री विमल बोरा ने मोरान के विधायक चक्रधर गोगोई की उपस्थिति में स्व मूंगीलाल अग्रवाल की मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित की।सुभित क्षेत्री के सभापतित्व मे आयोजित सभा में बड़गीत के बीच पुस्तकालय का लोकार्पण किया।संजीव बरुआ ने उद्देश्य व्याख्या किया।परिवार के सदस्यों ने अतिथियों,पत्रकारों , पुस्तकालय संचालन समिति के पदाधिकारियों का फुलाम गमछा से अभिनंदन किया।चक्रधर गोगोई ने स्व मूंगीलाल अग्रवाल के सामाजिक और धार्मिक जीवन पर प्रकाश डाला और आज के दिन को स्मरणीय बताया।इस अवसर पर भारतीय संगीत नाटक एकाडेमी के साधारण परिषद के लिए मनोनीत ड०अनिल शैकिया, साहित्यकार श्रीमती इला बड़गोहाई और डा लोहित कुमार बोरा को पुस्तकालय संचालन समिति की ओर से अभिनंदन पत्र,गामछा एवं हराय से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में भारी संख्या में पाठक उपस्थित थे।
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