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इस आटे की रोटी खाने से मोटापा कम होने से कोई नहीं रोक सकता

 


मोटापा की वजह से आपका आत्मविश्वास कमजोर पड़ जाता है। इतना ही नहीं कई बीमारियों को भी यह न्यौता देता है। वजन से छुटकारा पाने के लिए कुछ लोग जिम जाते हैं तो कुछ डाइटिंग करने लगते हैं। हालांकि ज्यादा डाइटिंग करना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। तो सवाल यह है कि कैसे वजन को कम किया जाए जिससे शरीर पर उसका कोई गलत प्रभाव ना पड़े। इसका जवाब है ज्वार की रोटी। जी हां, वजन कम करना है तो अपने डाइट से गेहूं की रोटी को हटाकर ज्वार की रोटी को शामिल कर लें। स्टडी में खुलासा हुआ है कि ज्वार की रोटी खाने से वजन कम होता है।

अगर आप हर दिन ज्वार की रोटी खाते हैं तो शरीर में जमी चर्बी को कम किया जा सकता है। यह लिपिड मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर को सुधारने में भी मदद करता है।चीन के शोधकर्ताओं के एक स्टडी में इस बात की पुष्टि की गई है। यह रिसर्च मोटापे के इलाज में ज्वार की भूमिका को देखने के लिए किया गया था। जिसमें पाया गया कि ज्वार खाने से मोटापा कम होता है। आइए जानते हैं इसके और फायदें-


पचान तंत्र को करता है ठीक


ज्वार में डाइटरी फाइबर मिलता है जो पाचन को बेहतर बनाता है। ज्वार की रोटी खाने से कब्ज, पेट फूलने की समस्या, गैस, पेट दर्द जैसी बीमारियां दूर रहती हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।


सूजन को कम करने में मदद करता है


ज्वार में फेनोलिक कंपाउंड पाया जाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स की तरह काम करता है। यह शरीर में सूजन को कम करता है। कई स्टडी में देखा गया है कि एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर भोजन एंटी-इंफ्लामेटरी असर दिखाते हैं। जिसकी वजह से सूजन को कम करने या रोकने में मदद मिलती है।


डायबिटीज से पीड़ित लोग ज्वार खा सकते हैं


डायबिटीज पेशेंट के साथ सबसे ज्यादा खाने को लेकर समस्या होती है। उन्हें ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स से दूर रहने की सलाह दी जाती है। यह खून में शुगर की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है। लेकिन ज्वार लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड है। यह डायबिटीज वाले लोग खा सकते हैं। 


कैंसर के खतरा को कम करता है


वजन कम करने और हेल्दी रहने के लिए लोग ग्लूटेन -फ्री फूड पर जोर दे रहे हैं। ज्वार ग्लूटेन फ्री होता है। यह सीलिएक डिजीज से राहत पहुंचाता है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि ज्वार में खास तरह के फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो कैंसर के खतरा को कम करता है।

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