गुवाहाटी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने विधायकों के साथ शनिवार को गुवाहाटी में कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इससे पहले जून में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के बागी विधायकों के साथ जून में इस मंदिर में पूजा की थी। एकनाथ शिंदे, कई मंत्री, विधायक और उनके परिवार के सदस्य एक चार्टर्ड विमान से गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरे।
जून में भी मंदिर गए थे शिंदे
प्रेट्र के मुताबिक, दल के एक सदस्य ने हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि तत्कालीन बागी विधायकों ने जून में देवी कामाख्या के 'दर्शन' किए थे और उनसे सरकार बनने की प्रार्थना की थी। उन्होंने कहा कि देवी ने हमारी प्रार्थना सुनी और शिंदे मुख्यमंत्री बने। शिंदे महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार को गिराने के लिए 22 जून को असंतुष्ट शिवसेना विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ मुंबई से लगभग 2700 किलोमीटर दूर गुवाहाटी पहुंचे थे। वे 29 जून तक एक निजी होटल में रुके थे। शिंदे ने जुलाई में उन विधायकों के समर्थन से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिनके साथ उन्होंने असम की राजधानी में एक सप्ताह बिताया था, जहां हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली भाजपा सत्ता में है। मन्नत पूरी होने के बाद फिर की पूजा
जून में एकनाथ शिंदे गुवाहाटी स्थित शक्तिपीठ मां कामाख्या देवी मंदिर में दर्शन करने गए थे। वहां एकनाथ शिंदे सहित सभी विधायकों ने यह मन्नत मानी थी कि उनकी सरकार बनी तो वे सभी पुन: मां कामाख्या के दर्शन करने आएंगे। चूंकि, अब न सिर्फ राज्य में सत्ता परिवर्तन हो चुका है, बल्कि स्वयं एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री भी बन चुके हैं। इसलिए, अब वह अपने समर्थक सभी विधायकों के साथ फिर मां कामाख्या के दर्शन किए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें