डिब्रूगढ़। बीर लचित बोरफुकन की 400 वीं जयंती के अवसर पर महान अहोम जनरल महाबीर लचित बोरफुकन, जिन्हें 1671 में सरायघाट की लड़ाई में उनके नेतृत्व के लिए जाना जाता था, जिसने मुगलों के एक खींचे हुए प्रयास को विफल कर दिया था। उसके जीवन पर हिंदी में एक नाटक का आयोजन मारवाड़ी सम्मेलन, डिब्रूगढ़ और संरक्षक बीएमबी फाउंडेशन द्वारा जिला पुस्तकालय में गुरुवार को किया गया था।
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. सैकत पात्रा, डीएमसी, अध्यक्ष, श्यामल सील, एडवोकेट, ओम प्रकाश खंडेलवाल, प्रदेश अध्यक्ष, मारवाड़ी सम्मेलन, बीजू खेमानी, अध्यक्ष, मारवाड़ी सम्मेलन, डिब्रूगढ़ और आत्माराम बेरीवाल, बीएमबी, फाउंडेशन द्वारा किया गया। छात्रों और अन्य लोगों के लिए दो शो किए गए।
नाटक के लेखक जितेन शर्मा, डिजाइन और निर्देशन भास्कर बरुआ और कॉन्सेप्ट विवेक जालान थे।
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