गुवाहाटी। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री स्वर्णरेखाजी एवं उनकी सहवर्तिनी साध्वी स्वस्तिकाश्रीजी, साध्वी सुधांशुप्रभाजी एवं साध्वी गौतमयशाजी का रविवार को प्रात: 09:09 बजे तेरापंथ धर्मस्थल में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए साध्वीश्रीजी ने कहा कि संत मानव का हर प्रकार से कल्याण करते हैं। संतों का बहुत बड़ा महत्व होता है। उनके जीवन से चरित्रों की सुगंध आती है। हम गुरु से ऑक्सीजन एवं शक्ति प्राप्त कर अपने जीवन को संवार सकते हैं।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बजरंग कुमार सुराणा ने साध्वीवृंद का स्वागत-अभिनंदन करते हुए श्रावक-श्राविकाओं एवं सभी समाजबंधुओं से चातुर्मासकाल में अधिकाधिक धर्मलाभ लेने का आह्वïान किया। इस मौके पर साध्वी सुधांशुप्रभाजी एवं गौतमयशाजी ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि खुश मन से काम करने से सफलता एवं खुशियां दोनों मिलती हैं।
अर्हम् भजन मंडली द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण से आरंभ स्वागत समारोह में तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष मनीष कुमार सिंघी, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष बजरंगलाल डोसी व नवमनोनीत अध्यक्ष बजरंग बैद, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष संतोष पुगलिया, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष मंजू देवी भंसाली ने अपने वक्तव्य एवं गीतिका के माध्यम से साध्वीवृंद का स्वागत-अभिनंदन किया। इसके अलावा ज्ञानशाला के बच्चों ने नृत्य नाटिका एवं कन्या मंडल की बहिनों ने परिसंवाद की भव्य प्रस्तुति दी। इसके साथ ही युवतियों ने साध्वीवृंद का परिचय दिया एवं आस्था प्रेस्टीज परिवार ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
इससे पूर्व साध्वीवृंद के स्थानीय तेरापंथ धर्मस्थल में भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के उपलक्ष्य पर प्रात: 8.30 बजे धर्मचंद नवरतनमल गुलाब देवी दुगड़ के जैन गली केदार रोड स्थित निवास स्थान से एक भव्य जुलूस निकाला गया, जो जेल रोड, चाय गली, एच.बी.रोड, एम.एस. रोड होकर तेरापंथ धर्मस्थल पहुंचा। जुलूस एवं स्वागत समारोह में काफी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं के साथ ही समाजबंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन रास्ते की सेवा के संयोजक निलेश पगारिया ने किया। इस आशय की जानकारी तेरापंथी सभा के मंत्री रायचंद पटावरी द्वारा यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।
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