निखिल कुमार मुन्दड़ा
होजाई। होजाई के एसओएस शिशुगांव ने आज अपने संस्थापक पिता स्वर्गीय डॉ हरमन जिमेनर की 104 वीं जन्म जयंती मनाई। गौरतलब है, इस दिन विश्व के सभी शिशुगांवों में 'एसओएस दिवस' के रूप मनाया जाता है। डॉ हरमन जिमेनर ने एसओएस शिशुगांव की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ हरमन जिमेनर के प्रतीछवी के सामने दीप प्रज्वलित और पुष्प श्रद्धांजलि के साथ हुआ, इसके बाद शिशुगांव के कुछ बच्चों के समूह द्वारा स्वागत गीत पेश किया गया। इस के पश्चात स्वागत भाषण गांव के निदेशक राकेश सिन्हा ने दिया । उन्होंने संक्षेप में डॉ जिमेनर के दर्शन, त्याग ,बच्चों के लिए यार और देखभाल करने के लिए उनके आजीवन जुनून के बारे बताया। होजाई के विधायक रामकृष्ण घोष मुख्य अतिथि के रूप में, जिला न्यायिक सेवा प्राधिकरण की सचिव मार्लीन हजारीका विशिष्ठ अतिथि के रूप में , बाल कल्याण समिति के चेयरमैन समीर सरकार, डिस्टिक चाइल्ड प्रोटक्शन ऑफीसर निरंजन तालुकदार विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में मंच पर आसीन थे। इस अवसर पर बोलते हुए, विधायक रामकृष्ण घोष ने कहा, मानवता के लिए एसओएस शिशुगांव द्वारा दी जा रही सेवा अनुकरणीय है, इसकी तुलना किसी भी चीज से नहीं की जा सकती है, यह वास्तव में हर बच्चे के लिए एक प्रेमपूर्ण घर है। डीएलएसए सचिव मार्लीन हजारीका ने कहा, इस गांव का प्रत्येक बच्चा भाग्यशाली हैं क्योंकि उन्हें अच्छा वातावरण, गांव, घर, परिवार, भाई और बहन का प्यार मिला हैं। सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन समीर सरकार ने अपने संबोधन में कहा हर एक बच्चा भारत का गौरव है और इनका सही तरीके से लालन-पालन अति आवश्यक है। बच्चों के हाथों में ही भारत का भविष्य निर्धारित होगा। उन्होंने एसओएस चिल्ड्रन विलेज द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। इस दौरान अपने संबोधन में जिला बाल सुरक्षा समिति के अधिकारी निरंजन तालुकदार ने भी अपने संबोधन में शिशुगांव की तारीफ करते हुए कहा शिशुगांव में आकर एक अद्भुत एहसास होता है, मन प्रसन्न हो जाता है। वहीं एसओएस शिशुगांव के बच्चे जिन्होंने एचएसएलसी व एएचएसईसी में उत्कृष्टता प्रदर्शन किया उन्हें सम्मानित किया गया। इस दौरान एफएसपी कार्यक्रमों में जिन सेल्फ हेल्प ग्रुप ने अच्छा प्रदर्शन किया है उन्हें भी सम्मानित किया गया। इस दौरान एक रगांरगं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें बच्चों की उत्साही भागीदारी देखते ही बन रही थी।
इससे पहले एसओएस शिशुगांव ऑफ इंडिया के अध्यक्ष द्वारा भेजे गए संदेश को भी पढ़ के सुनाया गया। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें