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IIT कानपुर स्टूडेंट ने किया सुसाइड, लिखा मैं अच्छा बेटा और स्टूडेंट नहीं, पैसा मांगने में शर्म आती है

 


कानपुर। आईआईटी कानपुर के जिस स्टूडेंट द्वारा बुधवार रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई थी उसका सुसाइड नोट सामने आया है। जिसमें वह अपने घरवालों से माफी मांग रहा है। उसने लिखा कि मैं एक अच्छा बेटा भी नहीं बन सका और अच्छा स्टूडेंट भी नहीं बन पाया। लेकिन मैं क्या करूं मुझसे नहीं हो पा रहा है। उसने लिखा कि मुझे अब घरवालों से पैसा मांगने में भी शर्म आती है।


जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश के कानपुर में स्थित आईआईटी से एमटेक कर रहे एक स्टूडेंट ने बुधवार यानी 10 जनवरी को फांसी लगाकर जान दे दी थी। जानकारी मिलते ही उसे फांसी के फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया था। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। इस मामले में पुलिस की जांच में अब एक सुसाइड नोट सामने आया है। जिसमें व परिजनों से माफी मांगते हुए अपने पिछड़ने के कारण मौत को गले लगाने की बात कह रहा है।


बताया जा रहा है कि आईआईटी कानपुर से एमटेक कर रहा विकास कुमार मीना इकलौता बेटा था। जिसकी उम्र महज 31 साल थी। वह पिछले कुछ समय से काफी टेंशन में था। क्योंकि उसका परीक्षा परिणाम भी ठीक नहीं आ रहा था। जिसके चलते उसने अपने हॉस्टल के कमरे में ही पंखे से लटककर जान दे दी।


जिस स्टूडेंट ने सुसाइड किया है। उसके पिता मेरठ के कंकरखेड़ा में रहते हैं। उनका नाम नेमचंद्र मीणा है जो आरएमएस में ऑफिस सुप्रीटेंडेंट के पद से रिटायर्ड हो चुके हैं। उन्होंने अपने बेटे को पढ़ाने लिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। विकास ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीटेक किया, इसके बाद 2021 में आईआईटी कानपुर में एडमिशन ले लिया था। उसकी एग्जाम परफोरमेंस ठीक नहीं होने के कारण उसे बर्खास्त कर दिया गया था। ऐसे में वह काफी टेंशन में था।


विकास ने सुसाइड नोट में लिखा कि मैंने काफी कोशिश की लेकिन मेरे से नहीं हो पाया, मैं अच्छा बेटा भी नहीं बन पाया और अच्छा स्टूडेंट भी नहीं बन पाया। मैं लंबे समय से जॉब को लेकर टेंशन में था, इस कारण अपने काम पर भी फोकस नहीं कर पाया, उसने माता पिता से माफी मांगते हुए लिखा कि घर से पैसे लेते हुए भी मुझे शर्म आती है। जिस उम्र में मुझे घरवालों को सपोर्ट करना चाहिए, उस उम्र में मैं उनसे ही पैसे लेता हूं। उसने लिखा कि मुझे अपनी बहन पर पूरा भरोसा है वह माता पिता का ध्यान रखेगी। मैं तो एक फेलियर हूं इससे ज्यादा कुछ नहीं।

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