जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
शुभकामना दाता
पति एवं दो पुत्रियाँ
मदन प्रीति स्नेहा सिंघल
जंवाई एवं दो दोहित्रि
बीनीत हीया लव्या अग्रवाल
ईश्वर ने जो भी दिया जैसा भी जोङा बनाया अमीरी गरीबी धूप छाँव सुख दुःख दापंत्य में स्वर्णिम काल अथवा संक्रमण काल आये लेकिन पती पत्नी का सदैव हमदर्द हमसफ़र एवं मित्रवत रिश्ता होना चाहिए। संतान धन एश्वर्य घर व्यवसाय भी नहीं हो तो भी संतोष के साथ जीवन यापन करने के साथ साथ परिवार समाज एवं देश के लिए जीने के लिए दिनरात परोपकार की भावना रखते हुए यथासंभव प्रयासरत रहने से आपका मान सम्मान बना रहेगा। कभी भी किसी से दूर्भाव हिंसा नहीं रखते हुए परायों में अपनत्व से रखने से जीवन में कभी भी ज्वारभाटा नहीं आयेगा।
धर्म कर्म दान के साथ अपने परिवार पङोसी एवं जरूरत मंद के लिए हमेशा तिजोरी खोलकर रखने से खुली तिजोरी में माँ लक्ष्मी प्रवेश करती है। कहते हैं कि जीवन में पती पत्नी दो पहिये होते हैं उससे ही गाङी चलती है लेकिन पहिया पंक्चर भी हो जाए तो भी गाङी को तब तक चलाने का प्रयास किया जाना चाहिए जब तक दुरुस्त ना हो जाए।
सिर्फ पत्नी ही पति को परमेश्वर मानकर क्यों जीवनभर सेवा करें ?? पति को भी पत्नी को एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं विश्वास पात्र मित्र समझकर मेवा के बदले यथासंभव सहायता सहयोग ही नहीं बल्कि जरूरत पङे तो निसंकोच सेवा करने से ही सच्चे जीवन साथी की भूमिका अदा करनी चाहिए।
पति पत्नी का जोङी ना तो स्वयं की खोज है ना ही दो परिवारों द्वारा शादी करवाने से बल्कि यह ईश्वर द्वारा पूर्व निर्धारित है इसलिए फेरों में लिए गए सात वचन ही नहीं अपितु हर सुखद क्षणों का वास्ता देकर चीर स्थायी एवं सुखमय बनाना चाहिए।
मदन सुमित्रा सिंघल
पत्रकार एवं साहित्यकार
शिलचर असम
मो 9435073653
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