ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) और 30 अन्य समूहों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगले महीने होने वाली प्रदेश यात्रा के दौरान राज्य के सभी जिलों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 12 घंटे की भूख हड़ताल सहित कई कार्यक्रमों की घोषणा बृहस्पतिवार को की।
यहां 30 स्थानीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आसू के अध्यक्ष उत्पल शर्मा ने कहा कि ऐसे समय में जब कानून के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में कई मामले चल रहे हैं, नियम बनाने और सीएए लागू करने की घोषणा ‘‘लोगों के साथ गंभीर अन्याय’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘असम की जनता ने कभी सीएए को स्वीकार नहीं किया है और वे इसे लागू करने के किसी भी कदम का विरोध करेंगे। हम कानूनी लड़ाई के साथ केंद्र के फैसले के विरुद्ध लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रखेंगे।’’
शर्मा ने कहा कि सीएए के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत चार मार्च को होगी और हर जिला मुख्यालय में मोटरसाइकिल रैली निकाली जाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘नियमों की घोषणा के एक दिन बाद हम इसके खिलाफ हर जिला मुख्यालय में मशाल जुलूस निकालेंगे।’’
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री आठ मार्च को जब असम यात्रा पर आएंगे तो आसू और 30 अन्य संगठन उन पांच युवकों की तस्वीरों के समक्ष दीपक जलाएंगे जो 2019 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘नौ मार्च को जब प्रधानमंत्री असम में होंगे तो हम राज्य के सभी जिलों में 12 घंटे की भूख हड़ताल शुरू करेंगे।’’
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