हर किसी का सपना होता है कि वह जीवन में एक बार अमरनाथ की यात्रा पर जरूर जाए। हालांकि इसके बाद भी वह नहीं जा पाते हैं। लेकिन राजस्थान के जयपुर का रहने वाला एक शख्स भगवान शिव का इतना बड़ा भक्त है कि वो अब तक पवित्र अमरनाथ गुफा की 12वीं यात्रा पर निकला है। हैरानी की बात यह है कि वह एक दुर्घटना में अपने दोनों पैर खो चुका है, इसके बाद भी यात्रा पर जाना बंद नहीं किया।
दरअसल, यह जिंदादिल इंसान आनंद सिंह हैं जो कि जयपुर के निवासी हैं। जो भगवान शिव के परम भक्त हैं। जो कि इस बार 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा की 12वीं बार यात्रा पर निकले हैं। आनंद सिंह 6,000 तीर्थयात्रियों के तीसरे जत्थे में शामिल हैं। उनका यह जत्था वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा में भाग लेने के लिए जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ है।
बता दें कि आनंद सिंह पहली बार 2010 में बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। इसके बाद हर साल यात्रा पर जाने लगे और यह उनका नियम बन गया। आनंद का कहना है कि वह दोनों पैर खोने के बाद से सिर्फ तीन बार ही यात्रा पर नहीं जा सके। पहली बार जब 2013 में केदारनाथ में आई बाढ़ के कारण नहीं जा सके। जबकि दूसरी और तीसरी बार वह कोविड महामारी के कारण यात्रा कैंसिल करनी पड़ी। उनकी भक्ति में इतनी पवित्र है कि अब उनके कमजोर दोनों पैर अब उनकी ताकत बन गए हैं। इतना ही नहीं यात्रा के दौरान उन्हें दोनों पैर नहीं होने का कभी अहसास भी नहीं होता है। बता दें कि आनंद सिंह ने अपने दोनों पैर 2002 में हुए एक एक्सीडेंट में गंवाए थे।
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