व्यास कथाकार प्रशिक्षण समापन समारोह सम्पन्न - Rise Plus

NEWS

Rise Plus

असम का सबसे सक्रिय हिंदी डिजिटल मीडिया


Post Top Ad

व्यास कथाकार प्रशिक्षण समापन समारोह सम्पन्न

 


गुवाहाटी। श्रीहरि सत्संग समिति, पूर्वोत्तर द्वारा छह माइल स्थित आध्यात्म विद्या अनुसंधान केन्द्र में विगत पांच माह से संचालित व्यास कथाकार प्रशिक्षण का समापन समारोह गत दिवस 28 जुलाई, 2024 को होटल नन्दन में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उद्योगपति एवं समाजसेवी कैलाश लोहिया, दैनिक पूर्वोदय के संपादक रवि शंकर रवि, श्रीहरि सत्संग समिति, पूर्वोत्तर के संरक्षक राम अवतार भरतिया, तत्कालीन अध्यक्ष ओ पी लाहोटी, मार्गदर्शक अरूण कुमार बजाज एवं संगठन मंत्री प्रमोद राजवंशी ने मंच को सुशोभित किया। मंचासीन अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।


श्रीहरि सत्संग समिति, पूर्वोत्तर के अध्यक्ष अजित कुमार जाना ने समारोह में उपस्थित सभी महानुभव का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए संगठन की गतिविधियों पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए बताया कि कथाकार भाई बहनों द्वारा छोटे छोटे वनवासी गांव में कथा सत्संग के कार्यों से ग्रामवासियों पर सकारात्मक प्रभाव हो रहा है. इस कथा प्रशिक्षण के साथ ही कथाकारों की संख्या में असीम वृद्धि हुई है तथा अब संगठन के कार्यों के विस्तार में भी नई गति आयेगी।


संगठन की वरिष्ठ कथाकार रूपाली हजारिका ने कथा प्रशिक्षण कार्य पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कथाकार बहनों के कार्य दायित्व तथा वनवासी क्षेत्र में संचालित कार्यों के बारे में संक्षेप में जानकारी दी। तदुपरान्त कथाकार मोमी पाइन ने जिस सुन्दर रूप से कथा प्रवचन किया उससे सभी लोग अविभूत हुए हैं।


दैनिक पूर्वोदय के संपादक रवि शंकर रवि ने अपने सम्बोधन में कहा कि रूपाली बहन ने अपनी बात रखते हुए बिल्कुल सही जिक्र किया है, कुछ ऐसे लोग जो धार्मिक परम्परा एवं संस्कृति से भटके हुए हैं, उनके कृत्यों से धार्मिक जड़ें कमजोर हुई है। उन्होंने महाभारत काल का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने युद्ध को टालने की बहुत कोशिशें की लेकिन दूर्योधन के हठ के कारण युद्ध की परिस्थितियां बनीं। धार्मिक संस्कृति के प्रसार में इन कथाकार बहनों की बड़ी भूमिका है। मैंने स्वयं कथाकार प्रशिक्षण कार्यक्रम को देखा है. इनके साथ विचारों को साझा किया है। उन्होंने कहा कि वनवासी समाज को धार्मिक संस्कृति से जोड़े रखने में इन कथाकार बहनों द्वारा हो रहे कथा, सत्संग के कार्यों की बड़ी उपयोगिता है। इन बहनों के उत्साह को बनाएं रखने तथा कार्यक्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें इनके साथ खड़े होना होगा।


समारोह के विशिष्ट अतिथि माननीय कैलाश लोहिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिस तरह सनातन संस्कृति के प्रसार के लिए सभी बहनें लगी हैं, संस्कार के क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है। भाई अरूण इस दिशा में पूरी तत्परता से लगे हुए है। हमारी शुभकामनाएं हैं, राष्ट्र निर्माण के कार्य में सभी कथाकार बहनें अपने संकल्प को आगे बढ़ाएं।


संरक्षक राम अवतार भरतियाजी ने अपने सम्बोधन में कहा कि समाज को, देश को बचाना है तो धर्म को पहले बचाना है, धर्म को बचाने का यही माध्यम है। उन्होंने कहा जिस तरह अंधकार को दूर करने के लिए दीपक जलाना होता है, ये सभी बहनें हमारे दीपक हैं, इनके माध्यम से गांव गांव में प्रकाश फैलेगा। हम सभी को इन्हें प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बहनों को उत्साहित करते हुए कहा कि शिक्षा ग्रहण करने के बाद गुरू दक्षिणा की पम्परा है, आप सबकी यही गुरू दक्षिणा होगी कि आप सब अपने अपने कार्यदायित्व का पालन लगन और मेहनत से करें।


मार्गदर्शक अरूण कुमार बजाजजी अपने सम्बोधन में कहा कि इन कथाकार बहनों के प्रशिक्षण के बाद संगठन की शक्ति में वृद्धि हुई है, तिनसुकिया श्रीसंस्कार केन्द्र में 18 युवक श्रीमद् भागवत एवं अर्चक पुरोहित का प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं तथा गुवाहाटी में एक माह बाद और नई बहनों के प्रशिक्षण का कार्य आरंभ होने जा रहा है। उन्होंने कहा इन कथाकार बहनों के माध्यम से संगठन का कार्य पहले से कई गुना बढ़ा है और इस गति में निरन्तर नये बदलाव देखने को मिलेंगे। हम पांच सौ गांव तक पहुंच चुके हैं तथा आने वाले दो वर्षों में दो हजार गांव तक हमारी पहुंच हो जायेगी तथा कथाकारों की संख्या भी लगभग दो सौ तक पहुंच जायेगी। उन्होंने बताया कि तिनसुकिया में विराट यज्ञशाला का निर्माण दिल्ली के नन्दकिशोर अग्रवालजी के योगदान से हुआ है तथा इनके द्वारा ही एक श्रीहरि रथ मन्दिर भी बहुत जल्द हमें प्राप्त होने जा रहा है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि श्रीहरि सत्संग समिति, पूर्वोत्तर को विश्व हिन्दू परिषद ने एडोप्ट कर लिया है, एक मार्गदर्शक की भूमिका के रूप में विश्व हिन्दू परिषद का साथ हमें मिला है। इस अवसर पर कथाकार बहनों द्वारा अनुभव साझा करने के साथ-साथ बहुत ही मनभावन भजन तथा देश भक्ति गीत की प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन श्रीहरि सत्संग समिति, पूर्वोत्तर के सचिव प्रदीप भुवालका ने किया तथा कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद सदस्य बी एल नवलखा द्वारा ज्ञापित किया गया।


इस अवसर पर कथाकार बहनों के अतिरिक्त अनेक गणमान्य व्यक्ति यथा उत्तमचन्द नाहटा, रतन गोयल, सागरमल बुड़ाकिया, अशोक कुमार अग्रवाल, सुमन्त चांदबड़कर, बिनोद जसरसरिया, बालकिशन पोद्दार, एल एन बजाज, रंजीत बोरा, माखन अग्रवाल, विवेक जालान, देवराज सापकाटा, मीरा सराफ, रंजना बजाज, जयति जाना, सत्यवाला गोयल, वन्दना बगड़िया, मंजु नवलखा, बक्सा से बसुदेव रिजन, इन्दरा कोटवाल सहित और भी अनेक गणमान्य व्यक्तियो की भागीदारी रही।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

नियमित रूप से WhatsApp पर हमारी खबर प्राप्त करने के लिए दिए गए 'SUBSCRIBE' बटन पर क्लिक करें