जयपुर। शादी के 5 साल, 10 साल, 20 साल तक के पीरियड में तलाक मांगने के केस सामने आते हैं। सबसे ज्यादा मामले शादी के 10 साल के दौरान ही कोर्ट पहुंचते हैं। लेकिन जयपुर के फैमिली कोर्ट में तलाक के लिए इस बार जो केस पहुंचा वह आज से पहले कभी नहीं आया। जयपुर के एक कपल ने म्युचुअल तलाक मांगा। उनकी उम्र 65 साल से ज्यादा थी और शादी को करीब 54 साल बीत चुके थे।
दरअसल राजस्थान में राजस्थान हाई कोर्ट और जिला न्यायालयों में हर साल दो से तीन बार लोक अदालत लगती है। इन लोक अदालतों में उन मामलों पर फैसले किए जाते हैं जो काफी समय से पेंडिंग चल रहे होते हैं। इसी तरह की लोक अदालत जयपुर में हाईकोर्ट की बेंच में लगी। यह तीसरी लोक अदालत थी और इसमें करीब 40000 केस रजिस्टर्ड हुए थे। इन्हें सुनने के लिए 12 जज और स्टाफ दिया गया था।
इन्हीं जज की बेंच नंबर दो में एक केस आया जिसमें पति की उम्र करीब 70 साल और पत्नी की उम्र करीब 65 साल थी। वह दोनों म्युचुअल तलाक चाहते थे। उनके बच्चे भी उनके साथ आए थे। जज ने जब तलाक चाहने वाले दंपति को बुलाया तो जज भी हैरान रह गए। पता चला वे दोनों खुद अलग होना चाहते हैं। उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि पति को पत्नी एवं पत्नी को पति की कुछ आदतें पसंद नहीं है। इसी कारण वे लोग तलाक चाहते हैं । उनके सभी बच्चों की शादी हो गई है।
जज और उनके स्टाफ एवं दंपति के बच्चों ने जब बुजुर्ग दंपत्ति को समझाया और बताया कि पति-पत्नी की सबसे ज्यादा जरूरत बुढ़ापे में होती है। तब जाकर दंपत्ति यह शादी नहीं तोड़ने के लिए मान गए। पति एवं पत्नी दोनों को उनकी खराब आदतें छोड़ने के लिए भी कहा गया। बच्चों ने कहा कि वह नियमित समय पर अपने माता-पिता से बातचीत करेंगे और उनका ध्यान रखेंगे। तब जाकर यह अनोखी शादी बच सकी। जस्टिस के कहने पर दंपति ने एक दूसरे को गले लगाया तो वहां मौजूद परिवार एवं अन्य लोगों की आंखें नम हो गई।
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