निखिल कुमार मुन्दडा
होजाई। होजाई स्थित रविंद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के असमिया विभाग द्वारा मंगलवार को दोपहर में ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कवि नीलमणि फूकन की 91 वीं जन्म जयंती 'नतूनर दिन' के हिसाब से मनाया गया। विभाग के सह अध्यापक देवराज मिली की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में उनके द्वारा इस विशेष कार्यक्रम 'कथा और कविता नतूनर दिन' पर उद्देश्य की व्याख्या की। कार्यक्रम का संचालन असमिया विवाह की प्रधान डॉ बिना सैकिया ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ की दीप प्रज्वलित व कवि फूकन के प्रतिछवि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुआ। इसके बाद डॉ सेकिया ने कवि फूकन की कविता, भाषा, व्यवस्थित प्रतीक चित्रकल्प और कविता दर्शन के संदर्भ में छात्र-छात्राओं को अवगत करवाया। वहीं सह-अध्यापक देवराज मिली ने कवि फूकन के विशाल व्यक्तित्व, सरल स्वभाव। उनकी कविता की गंभीरता, गहन विचार और उनके काव्या आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की कैसे आज के समय के बहुत सारे प्रतिष्ठित और उदयमान कवि नीलमणि फुकान की चिंता भावना और दर्शन के द्वारा प्रभावित हुए हैं। इसके बाद विभाग की सह अध्यापिका मनीषा सेकिया ने इस विशेष दिन पर अपना संबोधन रखा। वहीं विभाग के अध्यापिका डॉ मल्लिका डेका, पल्लवी कथर, अतिथि अध्यापक सनातन माराक, मृदुस्मिता सेकिया और वंदिता पाटेर ने कवि फुकान की कविता का पाठ किया। साथही कई छात्र-छात्राओं ने भी उनकी कविता का पाठ किया। कार्यक्रम का समापन असम के जातीय संगीत 'ओ मूर अपूनार देश' के परिवेशन के साथ हुआ।
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