असम पुलिस की प्रशिक्षण क्षमता अब केवल राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश में एक प्रतिष्ठित नाम बन चुकी है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के 46 राज्यीय वन सेवा अधिकारी इस समय असम में हथियार संचालन का प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह कदम असम पुलिस की प्रशिक्षण क्षमता और इसके प्रशिक्षण कार्यक्रमों की गुणवत्ता का प्रमाण है।
असम पुलिस का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल असम राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण हो गया है। कई राज्यीय कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ अब असम पुलिस की निगरानी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, जिससे असम एक पसंदीदा प्रशिक्षण केंद्र के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "असम पुलिस अब देशभर में एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान बन चुकी है, जहाँ कई राज्य अपनी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को प्रशिक्षित करने के लिए भेज रहे हैं। यह हमारे राज्य के लिए गर्व की बात है।"
असम पुलिस की यह पहल केवल पुलिस बल को बेहतर प्रशिक्षित करने का नहीं, बल्कि राज्य की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में भी एक अहम कदम है। मुख्यमंत्री ने भविष्य में इस क्षमता को और बढ़ाने की योजना भी साझा की। "हम आने वाले दिनों में असम पुलिस की प्रशिक्षण क्षमता को और बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, ताकि हम अपनी भूमिका को और भी सशक्त बना सकें," उन्होंने कहा।
इस पहल से असम पुलिस का राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव बढ़ेगा और राज्य के पुलिस अधिकारियों के लिए यह गर्व का अवसर होगा। इसके अलावा, राज्य की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में भी यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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