गुवाहाटी। अणुव्रत समिति, गुवाहाटी द्वारा 'राष्ट्र के उत्थान में अणुव्रत की सार्थकता' विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय तेरापंथ धर्मस्थल में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर अणुविभा की उपाध्यक्षा डॉ. कुसुम लुणिया, कार्यकारिणी सदस्य श्री छत्तरसिंह चौरड़िया एवं आजीवन सदस्य डॉ. धनपत लुणिया उपस्थित थे, जिनका सम्मान समिति की ओर से किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ अणुव्रत गीत एवं अणुव्रत आचार संहिता के वाचन से हुआ। तत्पश्चात अध्यक्ष श्री बजरंग बैद ने सभी का स्वागत अभिनंदन करते हुए बताया कि अणुव्रत एक ऐसा मंच है, जिससे राष्ट्र का उत्थान हो सकता है। इसका पालन करने से जीवन में नैतिकता, प्रामाणिकता, संयम का विकास होने साथ ही सांप्रदायिकता सौहार्द बढ़ता है। डॉ. कुसुम लुणिया ने अणुविभा के आयामों की विस्तृत जानकारी देते हुए समिति को सभी आयामों को क्रियान्वित करने की प्रेरणा दी। इस प्रतियोगिता में 13 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसके निर्णायक मंडल में श्रीमती सरिता सांख्ला एवं डॉ. सारिका दुगड़ थीं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें