तेजपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तेजपुर शहर में पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु मारवाड़ी युवा मंच – तेजपुर जागृति शाखा द्वारा एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन गुरुनानक मॉडल हाई स्कूल, तेजपुर के प्रांगण में संपन्न हुआ, जिसमें कुल 81 विद्यार्थियों ने भाग लेकर अपनी रचनात्मकता और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाया।
प्रतियोगिता को विद्यार्थियों की आयु के अनुसार दो समूहों – ग्रुप A और ग्रुप B में विभाजित किया गया। बच्चों ने ‘प्रकृति की रक्षा – भविष्य की सुरक्षा’ की थीम पर अपनी कल्पनाओं को रंगों के माध्यम से कैनवास पर उतारा। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के चित्रों ने न केवल उनकी कलात्मक दक्षता को उजागर किया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी जागरूकता और प्रतिबद्धता को भी दर्शाया।
प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागी इस प्रकार रहे –
ग्रुप A (कक्षा 3 से 5): प्रथम पुरस्कार: आदित्य राय। द्वितीय पुरस्कार: बास्तव हजारिका
ग्रुप B (कक्षा 6 से 8): प्रथम पुरस्कार: संध्या राय द्वितीय पुरस्कार: परी चौहान
कार्यक्रम में विजेताओं को प्रमाण-पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए, जबकि सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण-पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।
इस आयोजन के लिए गुरुनानक मॉडल हाई स्कूल का परिसर उपलब्ध कराना आयोजकों के लिए अत्यंत सौभाग्यपूर्ण रहा। इस हेतु विद्यालय की अध्यक्षा श्रीमती बलविंदर कौर सेठी, प्रधानाचार्य श्री मदन जोशी, एवं विद्यालय के समस्त स्टाफ का मंच की ओर से हृदय से आभार प्रकट किया गया।
कार्यक्रम में मंच के वरिष्ठ सलाहकार श्री राजीव जैन, निवर्तमान अध्यक्षा श्रीमती निशा जोशी, एवं संस्थापक अध्यक्षा श्रीमती लक्ष्मी अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और भी बढ़ा दिया। उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन ने बच्चों और आयोजकों दोनों को ही नई प्रेरणा प्रदान की।
इस अवसर पर मंच की अध्यक्षा श्रीमती मधु जैन ने बच्चों को वृक्षारोपण, जल-संरक्षण एवं प्राकृतिक संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग जैसे विषयों पर संबोधित करते हुए पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बच्चों को प्रकृति के साथ जुड़ने, उसकी रक्षा करने और हर साल कम से कम एक पौधा लगाने का संकल्प दिलाया।
कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती पिंकी सिंगला रहीं, जिनके समर्पण, सक्रियता और समुचित समन्वय ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चित्रकारी में विशेष सहयोग के लिए चित्रकला शिक्षक श्री संजीव जी को पारंपरिक असमिया फूलम गमछा पहनाकर विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का समापन मंच की मंत्री श्रीमती सरिता टायल द्वारा सभी प्रतिभागियों, विद्यालय प्रशासन, अभिभावकों और स्वयंसेवकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस आयोजन ने न केवल बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान किया, बल्कि उनमें पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित की। "प्रकृति की रक्षा – भविष्य की सुरक्षा" के संदेश के साथ संपन्न यह कार्यक्रम वास्तव में एक प्रेरणादायक पहल सिद्ध हुआ, जो आने वाले वर्षों में और भी व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाने की दिशा में मार्गदर्शक बनेगा।
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