असम विधानसभा चुनाव 2026 से पहले प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, आज शाम 4:30 बजे दिल्ली में तीन पूर्व विधायक बिनंदा साइकिया, डॉ. मानसिंग रोंगपी और सत्यब्रत कालिता कांग्रेस का दामन थामेंगे।
बिनंदा साइकिया ने छोड़ी बीजेपी
पूर्व सिपाझार विधायक और मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के करीबी रहे बिनंदा साइकिया ने 3 सितंबर को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि चार साल तक पार्टी में रहने और नियमित बैठकों के बावजूद उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। साइकिया ने बीजेपी पर असम की सामाजिक सद्भावना बिगाड़ने का आरोप लगाया और जल जीवन मिशन योजना में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने रिश्वतखोरी के खिलाफ अपने मूल रुख से समझौता कर लिया है। साथ ही, उन्होंने सूअर और गोमांस से जुड़े घटनाक्रमों को लेकर साम्प्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप भी लगाया।
सत्यब्रत कालिता ने छोड़ा एजीपी
वरिष्ठ एजीपी नेता और पूर्व महासचिव सत्यब्रत कालिता ने 3 सितंबर को पार्टी से इस्तीफा दिया। कामालपुर सीट से टिकट के दावेदार रहे कालिता ने कहा कि एजीपी अब बीजेपी की शाखा बनकर रह गई है और भविष्य में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने एजीपी अध्यक्ष अतुल बोरा पर 1985 के असम समझौते की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
डॉ. मानसिंग रोंगपी ने भी तोड़ा बीजेपी से नाता
पश्चिम कार्बी आंगलोंग से चार बार विधायक रह चुके डॉ. मानसिंग रोंगपी ने 6 सितंबर को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जिला कार्यालय के माध्यम से अपना इस्तीफा सौंपते हुए कहा, “पुरानी बीजेपी अब नहीं रही। इसे नए लोगों ने कब्जा लिया है और हमारे जैसे पुराने सदस्यों का कोई सम्मान नहीं है।”
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