नई दिल्ली । आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए थोड़ी राहत की खबर आई है। फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर में मामूली सुधार हुआ है, जो घटकर 6.58 फीसदी पर आ गई है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर 7.59 फीसदी पर थी, जबकि फरवरी 2019 में ये आंकड़ा 2.57 फीसदी था। देश की औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर भी जनवरी महीने में बढ़कर दो फीसदी पर पहुंच गई। एक साल पूर्व इसी महीने में ये 1.6 फीसदी थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने गुरुवार को जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक सब्जियों और खाने-पीने की चीजों की कीमतों में आई गिरावट से खुदरा महंगाई घट गई है। आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर 13.63 फीसदी से गिरकर 10.81 फीसदी पर आ गई है। वहीं, सब्जियों की महंगाई दर 50.19 फीसदी से घटकर 31.61 फीसदी पर आ गई है। हालांकि, तेल और बिजली की महंगाई दर 3.66 फीसदी से बढ़कर 6.36 फीसदी पर पहुंच गई है, जबकि, हाउंसिग महंगाई दर में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। ये 4.20 फीसदी से बढ़कर 4.24 फीसदी हो गई है। इसके अलावा दालों की महंगाई दर 16.71 फीसदी से गिरकर 16.61 फीसदी पर आ गई है। उल्लेखनीय है कि जनवरी में महंगाई दर बढ़कर 6 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी।
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई में ये गिरवाट खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी की वजह से आई है। वहीं, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन की वजह से औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि की रफ्तार सुस्त बनी हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 1.5 फीसदी बढ़ा है, जबकि एक साल पूर्व समान महीने में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 1.3 फीसदी थी। इसी तरह बिजली का उत्पादन 3.1 फीसदी बढ़ा, जबकि जनवरी, 2019 में बिजली क्षेत्र का उत्पादन 0.9 फीसदी बढ़ा था, जबकि जनवरी, 2020 में खनन क्षेत्र की वृद्धि दर 4.4 फीसदी रही। वहीं, एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 3.8 फीसदी बढ़ा था। चालू वित्त वर्ष के पहले दस माह (अप्रैल, 2019 से जनवरी, 2020) के दौरान औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.5 फीसदी पर आ गई है। गौरतलब है कि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 4.4 फीसदी बढ़ा था।(हि.स.)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें