गुवाहाटी। असम के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने राज्य की सभी दुर्गा पूजा आयोजन समितियों से अपील की है कि कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए दुर्गा पूजा का आयोजन करें। इस वर्ष दुर्गा पूजा को घट स्थापन तक ही सीमित रखें एवं भीड़ इकट्ठी होने से बचे। किसी तरह का आकर्षणीय कार्यक्रम दुर्गा पूजा के अवसर पर न करें। पूजा पंडाल में पुजारी सहित आयोजन समिति के अधिकतम 30 सदस्य ही उपस्थित रहे। दानदाताओं को घर-घर जाकर प्रसाद वितरित करें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो नवंबर व दिसंबर में असम की स्थिति भयावह हो जाएगी जिसे काबू पाना मुश्किल हो जाएगा। डॉ शर्मा ने कहा कि अनलॉक के नियमों में पूरी तरह से ढील देने के बाद संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। लोग अपेक्षित नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। जिससे स्थिति बेहद गंभीर दिशा की ओर बढ़ती जा रही है। ऐसे में दुर्गा पूजा का आयोजन करना सीधे मौत को सामना करना जैसा होगा।संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर चिंता जताते हुए डॉ शर्मा ने कहा कि दिल्ली की तरह असम में भी होम आइसोलेशन मे कोरोना संक्रमणीतो को रहने की सुविधा दी गई है लेकिन देखा जा रहा है कि असम में जब से संक्रमितो को होम आइसोलेशन में रहने की छूट दी गई है तब से राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ी है।
लॉकडाउन पर बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि असम के लोग लॉकडाउन के नियम को नहीं मानते हैं जिसके कारण लॉकडाउन फिर से लागू करने से समस्या का समाधान नहीं हो सकता। लोग अपने अपने स्तर पर सावधानी बरतें। जब तक कोरोना वैक्सीन तैयार नहीं हो जाती है, तब तक संक्रमण से उत्पन्न परिस्थिति को रोकना चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
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