गुवाहाटी। असम-मिजोरम के सीमावर्ती इलाके में हिंसक झड़पों के कई मामले सामने आ चुके हैं। ये झड़पें हाल ही में असम के तीन जिलों- कछार, करीमगंज और हैलाकांदी में देखने को मिली है। गत 26 जुलाई को अंतरराज्यीय सीमा पर हुई हिंसक झड़प के मद्देनजर असम सरकार ने गुरुवार को एक निर्देश जारी कर अपने नागिरकों को मिजोरम की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
सरकार के बयान में बताया गया है कि कछार जिला में गत 26 जुलाई को नई झड़प के कारण कछार की ओर पुलिस कर्मियों के साथ-साथ नागरिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी हुई। इस प्रक्रिया में असम के छह पुलिस कर्मियों की जान चली गई और कई पुलिस कर्मी और नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद भी कुछ मिजो सिविल सोसाइटी, छात्र और युवा संगठन लगातार असम राज्य और लोगों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी कर रहे हैं। असम पुलिस के पास उपलब्ध वीडियो फुटेज से यह विश्वसनीय रूप से पता चला है कि कई नागरिक स्वचालित एवं भारी हथियारों हथियारों से लैस हैं। उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए और सेफ्टी और सिक्योरिटी को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से असम के सभी लोगों को मिजोरम की यात्रा को लेकर सलाह जारी किया गया है।
असम सरकार के गृह एवं राजनीतिक विभाग के आयुक्त एवं सचिव एमएस मनिवन्नन के हस्ताक्षर युक्त जारी बयान में कहा गया है कि मौजूदा गंभीर स्थिति को देखते हुए असम के लोगों को मिजोरम की यात्रा न करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि, असम के लोगों की व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। साथ ही काम के मद्देनजर मजबूरी के चलते मिजोरम में रह रहे असम के लोगों को पूरी सावधानी बरतने की भी सलाह दी गयी है। यह एडवाइजरी तत्काल प्रभाव से लागू की गयी है। साथ ही राज्य के लोगों तक सरकार के इस आदेश को पहुंचाने के लिए सरकार ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। (हि.स.)
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