गुवाहाटी। ब्रह्मपुत्र के निमातीघाट पर हुए हादसे को राज्य के लोग भूले नहीं हैं। हादसे के बाद राज्य सरकार ने कई तरह के सुरक्षात्मक उपाय किये हैं। अपने वादे के मुताबिक मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने निमाती घाट फेरी दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को शनिवार को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। राजधानी दिसपुर जनता भवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय सभागार में आयोजित एक समारोह के दौरान निमाती घाट दुर्घटना के पीड़ित लोगों को मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने नियुक्ति पत्र प्रदान किया। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष आठ सितम्बर को राज्य के विश्व प्रसिद्ध नदी द्वीप माजुली में हुई फेरी दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी।
गत 10 दिसम्बर को हुई डॉ. हिमंत कैबिनेट की बैठक में मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने संबंधी निर्णय लिया गया था। तीन मृतकों में से परिमीता दास की बहन मधुमिता दास को एससीईआरटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दी गई। जबकि, इंद्रेश्वर बोरा की विधवा रूपरेखा बोरा सेनापति को उनके गृह जिले के एक स्कूल में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी की नौकरी दी गई। तीसरे मृतक डॉ. बिक्रमजीत बरुवा के परिवार को मृतक की संपूर्ण नौकरी की अवधि तक पूरा वेतन प्रत्येक माह दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान स्वास्थ्य एवं वित्त विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इन सभी लोगों का वेतन शीघ्र ही देना शुरू करें। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वेतन के अलावा यदि इन्हें किसी प्रकार की असुविधा हो तो सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीनों के अलावे असम-मिजोरम सीमा पर ड्यूटी करते हुए शहीद हुए वर्दीधारी के नजदीकी रिश्तेदार को भी शीघ्र ही सरकारी नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों के प्रति सरकार सहानुभूति रख रही है। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जयंत मल्ल बरुवा तथा मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार डॉ. ननी गोपाल महंत एवं बड़ी संख्या में सरकारी पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। (हि.स.)
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