-मणिपुर, असम और त्रिपुरा के बीच सीधी कनेक्टिविटी
-अर्थ व्यवस्था को मिलेगी गति
गुवाहाटी। संपूर्ण पूर्वोत्तर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण के तहत मणिपुर राज्य को असम के रास्ते त्रिपुरा से जोड़ने वाली पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन को आज वीडियो लिंक के माध्यम से रेलवे बोर्ड में रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रेन संख्या 02097/02098 अगरतला-जिरिबाम-अगरतला जनशताब्दी उद्घाटन स्पेशल ट्रेनों को अगरतला और जिरिबाम रेलवे स्टेशनों से एक साथ झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय सांस्कृतिक, पर्यटन और केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री (डोनर), जी. किशन रेड्डी, मणिपुर के मुख्यमंत्री नोंगथोम्बम बीरेन सिंह वीडियो लिंक के माध्यम से और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब उपस्थित थे।
इस मौके पर केंद्रीय विदेश मामले एवं शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक, मणिपुर सरकार के परिवहन और जीएडी, जनजातीय मामले और पर्वतीय मंत्री वुंगजागिन वाल्टे, त्रिपुरा सरकार के परिवहन, पर्यटन, कृषि और किसान कल्याण मंत्री प्रणजीत सिंघा रॉय आदि सम्मानित व्यक्ति मौजूद थे। इस सेवा ने दो राज्यों के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग की पूर्ति की है। यह कार्यक्रम ट्रेनों के अप और डाउन दोनों सेवाओं के उद्घाटन स्थल अगरतला और जिरिबाम में आयोजित होने के अलावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेलवे बोर्ड, दिल्ली और मुख्यमंत्री कार्यालय, इम्फाल में भी हुआ। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके त्रिपाठी ने सभी सम्मानित व्यक्तियों का स्वागत करते हुए शुरू हुई नई ट्रेन सेवा के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री देब ने कहा कि यह ट्रेन सेवा अगरतला से सिलचर (अरुणाचल स्टेशन के पास) और जिरिबाम तक यात्रा के समय को कम करेगी। मणिपुर के मुख्यमंत्री सिंह ने इम्फाल-मोरेह खंड की नई रेल लाइन परियोजना की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने आगे कहा कि इस ट्रेन सेवा के शुरू होने के बाद दोनों राज्यों के बीच पुराने रिश्ते और मजबूत होंगे।
केंद्रीय सांस्कृतिक, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री (डोनर) जी. किशन रेड्डी ने कहा कि बहुप्रतीक्षित ट्रेन सेवा पूर्वोत्तर क्षेत्र के व्यापार और पर्यटन को काफी बढ़ावा प्रदान करेगी। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य के विकास के 'हिरा' मॉडल (एच के लिए हाईवे, आई के लिए इंटरनेट, आर के लिए रेलवे और ए के लिए एयरवेज) के साथ काम करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह ट्रेन दो राज्यों की संस्कृति को जोड़ने वाली कड़ी है। इम्फाल-मोरेह रेल खंड एक बहुत ही रणनीतिक लाइन होगी, जिससे भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच संबंध बहुत महत्वपूर्ण होंगे। रेल मंत्री ने कहा कि अगरतला-अखौरा रेल परियोजना के काम में तेजी लाने के प्रयास किये जायेंगे।
मणिपुर से त्रिपुरा के लिए पहली जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन असम में वाया अरुणाचल स्टेशन (सिलचर) दो टर्मिनल स्टेशनों जिरिबाम और अगरतला के अलावा सिलचर, बदरपुर, न्यू करीमगंज, धर्मनगर और अंबासा जैसे कुछ महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक शहरों को जोड़ेगी। लगभग 300 किमी दूरी की यात्रा समय को ट्रेन आधे से कम कर देगी, जो 12 घंटे के सड़क मार्ग से मुकाबले यात्रा समय लगभग 06 घंटे का होगा। ट्रेन संख्या 12097/12098 अगरतला-जीरिबाम-अगरतला जनशताब्दी एक्सप्रेस की निर्धारित त्रि-साप्ताहिक सेवा सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को 10 जनवरी से शुरू होगी। यह ट्रेन अगरतला से 06.00 बजे प्रस्थान करेगी और 12.00 बजे जिरिबाम पहुंचेगी। वापसी दिशा में, ट्रेन जिरिबाम से 16.00 बजे प्रस्थान करेगी और 22.00 बजे अगरतला पहुंचेगी। इस सेवा से तीनों राज्यों सहित इस क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और परिवहन क्षेत्र को गति देगी। वर्तमान में मणिपुर और त्रिपुरा के बीच कोई सीधी ट्रेन नहीं है और केवल सुबह एक ट्रेन अगरतला और सिलचर के बीच चलती है। जनशताब्दी ट्रेन अब मणिपुर के लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं हेतु त्रिपुरा जाने के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और त्रिपुरा के लोगों को क्षेत्र के समग्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए व्यापार, पर्यटन आदि के लिए मणिपुर जाने का भी अवसर मिलेगा। (हि.स.)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें