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सरकार के दो साल पूरे होने का जश्न परियों की कहानी की कल्पना है: सोमानी

 


गुवाहाटी। असम राज्य कांग्रेस सचिव और अखिल भारतीय प्रोफेशनल कांग्रेस (AIPC) की असम इकाई के अध्यक्ष गौरव सोमानी ने आज असम में भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने को "उनकी परियों की कहानी की कल्पना" बताया। सोमानी ने सवाल किया कि कोई सरकार अपनी नाकामी का जश्न इतने धूमधाम से कैसे मना सकती है और करदाताओं के करोड़ों रुपये खर्च करके दिखा सकती है? विभिन्न अखबारों के विज्ञापनों के माध्यम से हमारे ध्यान में आया है कि इसके दो साल पूरे होने के अवसर पर असम सरकार 8000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करेगी और अपने सुशासन का जश्न मनाएगी। सोमानी ने कहा कि ये आंकड़े सुर्खियां बटोरने के लिए सिर्फ एक बहाना है और सरकार से सवाल किया कि एडवांटेज असम के दौरान कितने एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए और असम में निवेश किया गया?


यह चौंकाने वाली बात है कि एक राज्य सरकार के पास लगभग 1,32,000 करोड़ रूपया का ऋण व पिछले आठ वर्षों में लिए गए 1,00,000 करोड़ रुपये के ऋण का ब्याज भी नहीं चुका पा रहे हैं। सोमानी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। असम सरकार विफल रही है।सोमानी ने कहा कि सरकार हर साल एक लाख नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही है और राज्य में बेरोजगारी अपने चरम पर है। सरकार आवश्यक वस्तुओं सहित विभिन्न वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रही है। राज्य में सुपारी, कोयला आदि का अवैध व्यापार और सिंडिकेट फलफूल रहा है। राज्य में भ्रष्टाचार विभिन्न सरकारी विभागों में सभी सीमाओं को पार कर चुका है और मीडिया द्वारा नियमित रूप से उजागर किया जाता है। गुवाहाटी जैसा शहर अभी भी पूरे राज्य में पीने के पानी, खराब सड़कों की स्थिति, जल निकासी, कृत्रिम बाढ़ और बिजली की अनियमित आपूर्ति के मुद्दों से जूझ रहा है।


ऐसे में सरकार अपने कार्यकाल का जश्न मना रही है। यह करदाताओं के पैसे का मजाक और बर्बादी के अलावा और कुछ नहीं है। सरकार की इस तरह की हरकतें प्रोपेगैंडा की तरह लगती हैं और इसमें कोई दम नहीं है, क्योंकि बीजेपी मूर्खों के स्वर्ग में रह रही है जहां वास्तविकता वह नहीं है जो वे दावा करते हैं।

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