गुवाहाटी। राज्य कांग्रेस सचिव और अखिल भारतीय प्रोफेशनल्स कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष गौरव सोमानी ने असम राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर असम सरकार पर जमकर निशाना साधा है। हाल ही में शिवसागर में जबरन वसूली की घटना के बाद एक और घटना सामने आई है। जिसमें नलबाड़ी व्यवसायी को कुछ स्थानीय भू-माफियाओं द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई और जबरन उसकी दुकान बंद कर दी गई। नलबाड़ी कस्बे में अमृत इलेक्ट्रिकल्स के व्यवसायी और मालिक सोहन अग्रवाल ने 22 लाख रुपये मे दुकान को खरीदा था। कुछ भू-माफिया हाल ही में 22 मार्च को उसकी दुकान पर आए और उसे दुकान खाली करने के लिए कहा। दुकान खाली करने की उनकी मांग मानने से इनकार करते हुए भूमाफियाओं ने जबरन मालिक और कर्मचारियों को दुकान से बाहर निकाल दिया और दुकान में ताला लगा दिया।इन परिस्थितियों में सोहन अग्रवाल ने 23 मार्च 2023 को नलबाड़ी थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई। भू-माफियाओं ने उन्हें थाने के अंदर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और तुरंत प्राथमिकी वापस नहीं लेने पर उनके बेटे को स्कूल से अगवा कर लिया। दबाव में सोहन अग्रवाल को 28 मार्च 2023 को प्राथमिकी वापस लेनी पड़ी।
सोहन अग्रवाल को कोई न्याय नहीं मिला और उनकी दुकान बंद होने के कारण उन्होंने 19 अप्रैल 2023 को नलबाड़ी थाने में फिर से प्राथमिकी दर्ज की और फिर से स्थानीय पुलिस अधिकारियों से कोई नतीजा नहीं देखा गया और साथ ही उन्हें भू-माफियाओं से परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी मिलने लगी। इसलिए उन्होंने 22 अप्रैल 2023 को फिर से एफआईआर वापस ले ली थी। कांग्रेस नेता गौरव सोमानी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। कोई पुलिस जवाबदेही नहीं है। और लोगों को अपनी लड़ाई खुद लड़ने के लिए छोड़ दिया गया है। मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर हाइलाइट किए जाने पर ही चीजों को सुलझाया और संबोधित किया जाता है। सोमानी ने पूरी घटना की कड़े शब्दों में आलोचना की है और कहा है कि पुलिस को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी है और जिला प्रशासन को कस्बे में व्यवसायी समुदाय की सुरक्षा के सभी इंतजाम करने हैं।सोमानी ने यह भी मांग की कि सोहन अग्रवाल के परिवार को उचित सुरक्षा दी जानी चाहिये और प्रशासन को उनकी दुकान तुरंत खुलवानी चाहिए।
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