देश में कई तरह से जिहाद की चर्चा होती है लेकिन फर्टिलाइजर जिहाद भी सुर्खियों में है। असम के चीफ मिनिस्टर हिमंत बिस्व सरमा ने फर्टिलाइजर जिहाद को खत्म करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि असम में बहुत ही जल्द फर्टिलाइजर जिहाद को खत्म करने पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा हमें जितना ज्यादा से ज्यादा आर्गेनिक खेती की तरफ जाएंगे, उतना ही फायदेमंद होगा।
क्या होता है फर्टिलाइजर जिहाद
खेती के एक सम्मेलन में बात करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि फर्टिलाइजर जिहाद खराब खाद का प्रयोग करना होता है और लोगों के स्वास्थ्य पर बहुत ही खराब असर डालता है। इसकी वजह से किडनी समेत कई तरह की शारीरिक बीमारियां होती हैं। इससे बचने का उपाय यही है कि हम ज्यादा से ज्यादा आर्गेनिक खेती को अपनाएं ने और नेचुरल खाद का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर हमने यह बात कही थी कि हम ज्यादा उर्वरकों के उपयोग पर रोक लगाने का काम करेंगे। असम सरकार अब गंभीरता से आर्गेनिक खेती पर काम कर रही है।
आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देगी राज्य सरकार
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने भी आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने का सुझाव दिया था। आर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए सीएम ने डाक्यूमेंट्री देखी है और यह महसूस किया कि हम बिना यूरिया, फास्फेट और नाइट्रोजन के खेती कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने तार्कित रुप से समझाया है कि खाद से होने वाली खेती से कई गुना बेहतर प्राकृतिक खाद से खेती करना होता है। देश के कई राज्यों में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। मार्केट में भी आर्गेनिक फूड की डिमांड बढ़ रही है। आर्गेनिक फ्रूट्स की मांग भी तेजी से बढ़ी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें