गुवाहाटी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी जयपुर की प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान है। जिसने गुवाहाटी में पहली बार यहां के नव युवक युवतियों के लिए ज्वेलरी डिजाइन की शिक्षा तकनीकी शिक्षा एवं इससे जुड़े उद्योग के लिए रोजगार स्थापित करने पर 3 दिन के लिए सेमीनार आयोजन किया है।यह संस्थान भारत के प्रमुख सोने चांदी के व्यवसाय से जड़ित है।पिछले करीब 25 सालों से संस्थान द्वारा हजारों की संख्या में इसे शिक्षित युवा रोजगार प्राप्त कर भारत की औद्योगिक विकास में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। इस संस्थान के प्रिंसिपल अनिल कपिल कुंजुमन का उद्देश्य है कि पूर्वोत्तर के युवा भी शिक्षण संस्थान से जुड़कर अपने भविष्य को स्वर्ण आभूषण की कला में पारंगत करें तथा आत्म निर्भर भारत का हिस्सा बने। इससे शिक्षित विद्यार्थी का न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी उनके रोजगार के लिए पर्याप्त संख्या में जॉब ऑफर है।इस शिक्षण संस्थान की हेड ऑफ डिपार्टमेंट पूर्वोत्तर के शहर से अपनी स्कूली शिक्षा की पढ़ाई की है मधु शर्मा जो कि आज के दिन स्वर्ण आभूषण की तकनीकी सलाहकार के साथ अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल भी है।जिसने कई बार कई तरह के पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी हैं। निहारिका जम्मड भी गुवाहाटी से ही अपनी शिक्षा प्राप्त कर आगे उसने आईआईजीजे को अपने कैरियर के इसी संस्थान से स्वर्ण आभूषण की तकनीकी पढ़ाई पूर्ण की है। आज कुमारी निहारिका भी इस संस्थान की फैकेल्टी टीचर है।
आईआईजीजे जयपुर ने गुवाहाटी में असम सरकार की स्किल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के साथ मिलकर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है। जिसमें यहां के स्थानीय बच्चों ने भाग लेकर अपना कैरियर चयन करने का मन बनाया है।
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