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समता भवन में साधुमार्गी जैन संघ का पूर्वांचल अधिवेशन संपन्न

 


गुवाहाटी। आप और मेरे जीवन पर जो भी प्रभाव होता है वह संतों की कृपा से है। इनकी बाणी व आचरण से हम जो भी सीखते हैं वही हमारे जीवन को सार्थक करने में काम आता है। यह बातें अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्वांचल अधिवेशन में सम्मानित अतिथि के रुप में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने श्रावकों के समक्ष कही। राज्यपाल ने आगे कहा कि हमारा खान-पान शुद्ध नहीं रहा है।सिर्फ साधु संत के भाषण से मन शुद्धि नहीं होती है। बल्कि साधु-संतों के जीवन ,आचरण और संयम को अपने जीवन में उतारना ही सार्थकता है।हम अपने बच्चों को साधु-संतों से नहीं जोड़ पा रहे हैं। हम व्याख्यान सुनने में जरूर आते हैं पर हमारे बच्चे नहीं आते हैं। हमने भी उनको लाने के लिए कभी प्रयत्न ही नहीं किया। आपके छात्रावास में हर वर्ष संस्कार शिविर लगाया जाता है। यह शिविर हर जगह लगने चाहिए। अगर आने वाली पीढ़ी बिगड़ गई तो आपका और हमारा बुढ़ापा बिगड़ जाएगा। आदमी जितनी सादगी से जीयेगा वह उतना ही सुखी होकर जीयेगा। इससे पहले समता भवन में श्री संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतम रांका, राष्ट्रीय महामंत्री निश्चल कांकरिया, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोज डागा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्वोत्तर अंचल सुंदरलाल पींचा, समता महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्षा पुष्पा मेहता,राष्ट्रीय महामंत्री सुमन सुराणा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मीना मेहता एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी गण और क्षेत्रीय पदाधिकारी गण ने मंच पर उपस्थित होकर अधिवेशन की शुरुआत की।कार्यक्रम की शुरुआत समता महिला मंडल की सदस्याओं द्वारा मंगलाचरण द्वारा की गई। गुवाहाटी संघ अध्यक्ष जीवराज पींचा ने सभी आगंतुक महानुभावों का स्वागत किया। पूर्वोत्तर अंचल के राष्ट्रीय मंत्री सुशील कांकरिया ने क्षेत्रीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय महामंत्री निश्चल कांकरिया ने पीपीटी के माध्यम से संघ के इतिहास एवं वर्तमान में संघ द्वारा संचालित धार्मिक एवं सामाजिक प्रवृत्तियों के बारे में विस्तार से बताया। राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतम रांका ने आचार्य भगवान द्वारा दिए गए आयामों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक कैसे पहुंचा जाए इसकी रूपरेखा एवं समाज में आचार्य भगवन का स्वर्ण दीक्षा महोत्सव ’महत्तम महोत्सव–मेरा महोत्सव’ को कैसे मनाना है एवं इसकी कैसे प्रभावना करनी है ,के बारे में सारगर्भित विवेचना प्रस्तुत की। समता संस्कार पाठशाला के बच्चों द्वारा स्वागत गीत गाकर राज्यपाल महोदय का बहुमान किया गया। उसके पश्चात महामहिम ने समता संस्कार पाठशाला के बच्चों द्वारा महत्तम महोत्सव पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं बच्चों का उत्साहवर्धन किया और बच्चों को व्यसनमुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी।धन्यवाद व आभार ज्ञापन संघ मंत्री धनराज बोथरा ने किया। सभा का कुशल संचालन महेंद्र पींचा और संजय पारख ने किया।

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