सूर्य पहाड। सूर्योदय अहिंसा दिगंबर जैन तीर्थ स्थित सूर्या पहाड़ में आचार्य श्री प्रमुख सागर जी महाराज के पावन कर कमलों से संघ के सान्निध्य एवं धरियावद से आमंत्रित प्रतिष्ठाचार्य हंसमुख शास्त्री के कुशल मार्गदर्शन में सूर्योदय अहिंसा दिगम्बर जैन तीर्थ, सूर्य पहाड़ का पावन पंचकल्याणक महोत्सव एवं परम कृपालु मूल नायक देवाधिदेव श्री आदिनाथ भगवान एवं चौबीसी की नूतन वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव निर्विघ्न सानन्द संपन्न होकर एवं भगवान आदिनाथ को नूतन मुख्य वेदी एवं चौबीसी को नूतन वेदियों में बहुत ही हर्षोल्लास पूर्वक उमंग के साथ समस्त पूर्वोत्तर दिगम्बर जैन समाज की उपस्थिति में पुण्यार्जक परिवारों द्वारा विराजमान करने के साथ इस तीर्थ के विकास का एक प्रथम चरण पूरा हुआ।
इस जीवन में इस पुण्य प्रकल्प के हम सब पूर्वोत्तर जैन वासी जो बड़भागी बन पाए यदि इसका सम्पूर्ण श्रेय का हकदार अगर कोई है तो निश्चित रूप से हमारे गुरू भगवंत ही है जो स्व परहित की भावना अपने ह्रदय में लेकर प्रतिपल अपनी आत्मा को पवित्र करने का महान पुरुषार्थ कर जाते हैं। कुछ ऐसा ही महान पुरुषार्थ *असम राजकीय अतिथि, महान दिगम्बर जैनाचार्य 108 श्री प्रमुख सागर जी महाराज ने अपने गुरु पुष्पदंत सागर जी महाराज के पावन आशीर्वाद से किया* जिन्होंने गुरु आज्ञा से नि:स्वार्थ रूप से श्रेष्ठ भावों के साथ इस कार्य को पूर्ण होने से लेकर विधि पूर्वक श्री जी को नूतन वेदियों में प्रतिष्ठित कर विराजित होने तक निर्दोष रूप से पूर्ण भी किया।
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