निखिल कुमार मुन्दड़ा
होजाई। होजाई के रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के असमिया विभाग ने आज हर्षोल्लास के साथ अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया। कार्यक्रम का संचालन विभाग के अतिथि अध्यापक अखिल कुमार बोरा ने करते हुए, उद्देश्य की व्याख्या की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक अध्यापक देवराज मिल्ली ने की। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2024 के विषय - "बहुभाषी शिक्षा अंतर-पीढ़ीगत शिक्षा का एक स्तंभ है" के बारे में बताते हुए, होजाई क्षेत्र की भाषाई विविधता पर संक्षेप में प्रकाश डाला। कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि के रूप में अर्थशास्त्र विभाग के सहायक अध्यापिका चयणिका बोरा उपस्थित थीं। विभाग की सहायक अध्यापिका डॉ. मल्लिका डेका ने एक रोमांचक कहानी सुनाई। बाद में विभाग की सहायक अध्यापिका मनीषा सेकिया ने मातृभाषा के महत्व के बारे में संक्षेप में बातया और कवि नवकांत बरुवा की एक कविता पढ़ी और सभी को अपनी मातृभाषा के प्रति उनकी जिम्मेदारियों व कर्तव्यों की याद दिलाई।
बाद में, अध्यापक अखिल कुमार बोरा ने एक स्व-रचित कविता का पाठ किया। वही असमिया विभाग के कई छात्रों ने भी अपनी स्व-रचित कविता का पाठ कर सबों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में अध्यक्ष ने छात्रों को मातृभाषा के महत्व को समझया तथा भारतीय समाज की आत्मा 'अनेकता में एकता' के आदर्श वाक्य को समझकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की मानसिकता के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी। कार्यक्रम का समापन असम के जातीय संगीत 'ओ मुुर आपुनार देश' की प्रस्तुति के साथ हुआ।
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