गुवाहाटी। सबसे लंबी अवधि के लिए की गई हुला हूपिंग में आराध्या धानुका ने कीर्तिमान बनाते हुए अपना नाम असम बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया। अपने आयु वर्ग में आराध्या ने नृत्य करते समय, गर्दन पर एक हुला हूप का उपयोग करते हुए, हुला हूपिंग घुमाती रही। गत 6 मार्च को उसने 10 मिनट और 2 सेकंड में 882 चक्कर लगाए। औपचारिक प्रशिक्षण के बिना भी आराध्या ने असम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (एबीआर) के अधिकारियों की उपस्थिति में सबसे अधिक और सबसे तेज प्रदर्शन किया। आराध्या के लचीलेपन और त्वरितता की सराहना करते हुए उसे राज्य रिकॉर्ड की स्वीकृति प्रदान की गई। आराध्या धानुका गुवाहाटी के युवा उद्यमी घनश्याम-स्वाती धानुका की पुत्री तथा प्रतिष्ठित समाजसेवी अशोक-कुसुम धानुका की पौत्री है। महज 9 वर्ष की आयु में आराध्या की इस उपलब्धि ने समूचे मारवाड़ी समाज का नाम राज्यभर में गौरवान्वित किया है।
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